सरकार ने कश्मीर में कोरोना फैलाने की आशंका में रूसी मादा चिनार के 42000 पेड़ काटने का फैसला किया है।

चिनार कश्मीर की विरासत है..। यहाँ सबसे बुजुर्ग चिनार 700 साल पुराना है। पर्यावरण और पारिस्थितिकी के लिए इसकी अहमियत को देखते हुए जम्मू कश्मीर की सरकार ने 2009 में इसके कटान पर रोक लगा दिया था। एक पेड़ काटने के बदले पाँच पेड़ लगाने की अनिवार्य शर्त लगायी गयी थी। क्या सरकार 210000 चिनार के पेड़ लगाएगी?


चिनार का पेड़ लगभग सौ साल में तैयार होता है, काट गिराने का फैसला लेने और नष्ट करने में कितनी देर लगती है?


कोरोना की आड़ में सरकार कहाँ-कहाँ, क्या-क्या कर रही है, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।


इस पर्यावरण विनाशक फैसले के खिलाफ कौन किस अदालत का दरवाजा खटखटाये? किसे वकील करे, किसको मुद्दई समझे?
Digamber