भाजपा सांसद #तेजस्वी_सूर्या द्वारा अरब की महिलाओं पर की गयी अभद्र और यौन-कुंठित टिप्पणी के बाद  मध्यपूर्व के देशो में उठी क्षोभ और गुस्से की लहर के बाद से संघी आईटी सैल में सुन्न सन्नाटा पसरा हुआ है।

#जूते_भी_खाये_प्याज_भी_खाई_देश_की_नाक_कटाई_सो_अलग  
🔴 भाजपा सांसद #तेजस्वी_सूर्या द्वारा अरब की महिलाओं पर की गयी अभद्र और यौन-कुंठित टिप्पणी के बाद  मध्यपूर्व के देशो में उठी क्षोभ और गुस्से की लहर के बाद से संघी आईटी सैल में सुन्न सन्नाटा पसरा हुआ है।  किसी वीर सावरकरिये की हिम्मत नहीं हुयी कि वह इन ट्वीट्स का जवाब दे।  किसी जयशंकर सिंह ने इन देशों के राजदूतों को बुलाकर अपनी अप्रसन्नता का इजहार नहीं किया।
🔴 इससे उलट इस कुटुंब के सर्वोच्च नेता और कपडे देखकर पहचान कर लेने में पारंगत नरेंद्र  मोदी  ने ट्वीट करके कहा कि "अपनी चपेट में लेते समय यह वायरस जाति, धर्म, रंग, नस्ल, पंथ, भाषा या सीमा को नहीं देखता है। हम सब इसके खिलाफ एकजुट हैं। " 
🔴 इस अचानक हुए हृदयपरिवर्तन की वजह उन ट्वीट्स और प्रतिक्रियाओं से समझी जा सकती है जिनसे डर कर सावरकर के पदचिन्हो पर चलकर #सोनू_निगम ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया, दुबई के लोगों के लिए प्यार भरा वीडियो सन्देश भेजकर अमिधा में माफी मांग ली और पंतप्रधान ने सबकी एकजुटता का आव्हान किया इधर आईटी सैल ने चुप्पी ओढ़ ली। संयुक्र अरब अमीरात में भारत के राजदूत पवन कपूर ने इस तरह के नफरती अभियान की निंदा करते हुए कहा कि "भेदभाव हमारे नैतिक ढांचे और क़ानून व्यवस्था के ख़िलाफ़ है. यूएई में मौजूद भारतीय हमेशा इस बात को याद रखे।
#हुआ_क्या_था
🔴 यूएई में एक करोड़पति व्यापारी है #सौरभ_उपाध्याय।  इसने आई टी सैल के घृणा अभियान को दोहराते हुए तबलीग़ी जमात और मुसलमानों को लेकर घृणा से भरे ट्वीट कर मारे।  संयुक्त अरब अमीरात के सात प्रमुखों  में से एक शारजाह के शाही परिवार के सदस्य, राजकुमारी हेंड अल क़ासिमी ने इन ट्वीट्स की भाषा को गंभीरता से लिया और उसके  स्क्रीनशॉट को टैग करते हुए 16 अप्रैल को लिखा,“जो भी यूएई में खुले तौर पर नस्लवादी और भेदभाव करने वाले लोग हैं, उन पर जुर्माना लगाया जायेगा और उन्हें देश छोड़ने के लिए कहा जायेगा”। 
🔴 राजकुमारी के फटकार लगाते ही उपाध्याय पंडज्जी सोनू निगम हो गए और कुछ ही मिनटों के भीतर अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर दिये।अपनी कंपनी की वेबसाइट, लिंक्डइन प्रोफ़ाइल, ट्विटर और फ़ेसबुक एकाउंट को डिएक्टीवेट कर दिया है।
🔴 क़ासिमी ने शारजाह शाही परिवार और भारत के बीच के मधुर रिश्तों पर ज़ोर  देते हुए तमतमाते अंदाज़ में कहती गयीं, “…एक शाही के रूप में आपकी बेअदबी का स्वागत नहीं किया जायेगा... आप जिस ज़मीन से अपनी रोटी-रोटी कमाते हैं, उसी से आप नफ़रत करते हैं  ऐसे में आपकी अशिष्टता को नज़रअंदाज़ नहीं किया जायेगा।"
🔴 क़ासिमी ने भारत के सोशल मीडिया के इन जहरीले प्रचारकों  को #गांधी की याद भी दिलाई । और ट्वीट किया   “गांधी सभी लोगों के हक़ और सम्मान के एक निडर समर्थक थे, दिल और दिमाग़ पर जीत हासिल करने के लिए उन्होंने अहिंसा का लगातार और अटूट प्रचार-प्रसार किया था।  उनकी इस कोशिश ने हमेशा के लिए दुनिया पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी है। उन्होंने मेरा दिल जीता हुआ है और मैं नफ़रत से निपटने के लिए उनके अमन-चैन वाले नज़रिये में पूरा यक़ीन करती हूं।” 
🔴 इसी तरह का एक कारनामा दुबई स्थित एक शीर्षस्थ फ़र्म की कार्यकारी निदेशक #प्रीति_गिरि ने किया।  ल ग़ुरैर समूह को चलाने वाले परिवार के नूरा अल ग़ुरयर ने प्रीति को आड़े हाथों लेते हुए कहा,  "तो आपकी हिक़ारत भरी दलील के मुताबिक़ भारत में मुसलमानों के ख़िलाफ़ चलाये जा रहे दुष्प्रचार की वजह से सुन्नी संगठन आतंकवादी हो जाता है ? क्या आपको पता है कि जिस देश में आप रह रही हैं, उसके सभी शासक सुन्नी हैं ? क्या आप हमारा बहिष्कार करना चाहती हैं ? क्या आपको पता है कि दुबई पुलिस हेडक्वार्टर में सुन्नी अफ़सर हैं ? मैं भी सुन्नी हूं ?”
🔴 प्रीति गिरि ने भी अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट करने में दो मिनट भी नहीं लगाए।  प्रीति बहन जी ने मोदी के साथ अपना फुटवा प्रोफाइल पर लगाया हुआ है। 
🔴 ग़ुरैर ने भाजपा सांसद की हिक़ारती सोच पर कहा  “तेजस्वी सूर्या,आपकी परवरिश पर तरस आता है कि भारत में कुछ महान महिला नेताओं के होने के बावजूद महिलाओं के प्रति आपके भीतर कोई सम्मान नहीं है। कृपया इस बात को लिखकर रख लें कि यदि किसी दिन सरकार आपको विदेश मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सौंप देती है, तो अरब जगत का दौरा करने से परहेज कीजियेगा। यहां आपका स्वागत नहीं होगा। इसे याद रखियेगा।”  
🔴 तेजस्वी निस्तेज होते भये और अपना ट्वीट डिलीट कर मारा।  
🔴 कुवैत स्थित एक #वक़ील जिसके ट्विटर पर लगभग 45,000 फ़ॉलोअर हैं, उसने एक सवाल के साथ मोदी को टैग करते हुए लिखा, “क्या आप अपने सांसदों को सार्वजनिक रूप से हमारी महिलाओं को अपमानित करने की अनुमति देते हैं ? हम उनकी अपमानजनक टिप्पणी के लिए आपकी तरफ़ से तत्काल दंडात्मक कार्रवाई की उम्मीद करते हैं।” 


#भारत_केलिए_मध्यपूर्व_की_अहमियत  
वैसे तो दुनिया के सभी देशो के साथ पारस्परिक सम्मान के संबंध महत्वपूर्ण है फिर भी अनेक कारणों से भारत के लिए मध्यपूर्व की एक विशेष अहमियत है।
 #एक ; यह क्षेत्र भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए बेहद अहम है।   खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) भारत के तेल आयात का लगभग 50 प्रतिशत उपलब्ध कराती है। खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) सामूहिक रूप से भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय ब्लॉक ट्रेडिंग पार्टनर भी है।  2017-18 में इसके साथ कुल व्यापार 104 बिलियन डॉलर का था, जबकि  भारत-आसियान का व्यापार 81 बिलियन डॉलर का था। वैश्विक व्यापार के लिहाज से भारत के शीर्ष पांच में से दो व्यापार साझेदार खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) -यूएई और सऊदी अरब से ही हैं।


#दो ; बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी मध्य-पूर्व में काम करते हैं और अरबों रुपये अपने घर भेजते हैं। 2018 में  भारत में  इस कमाई से आया कुल पैसा  78.6 बिलियन डॉलर का था।  भारतीय रिज़र्व बैंक  के सर्वेक्षण के चौथे दौर के मुताबिक़ इसमें से  26.9%  संयुक्त अरब अमीरात, 11.6% सऊदी अरब , 6.5% क़तर से आया था।  यह छोटी मोटी राशि नहीं है जिसे दसियों लाख भारतीय कमाकर भेजते हैं।  


#तीन ; मोदी ने अरब इलाके के कई देशों के दौरे किये और भारत ने भी वहां के नेताओं के लिए लाल कालीन बिछाई ।  कई मध्य-पूर्व देशों में राजदूत के रूप में काम कर चुके पूर्व भारतीय राजनयिक तलमिज़ अहमद के मुताबिक़  "भारत के राजनयिक इतिहास में पहले कभी किसी प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र पर इतना ध्यान नहीं दिया था।” 
🔴 जिनकी समझदानी, हमारे शहर ग्वालियर की कहावत के अनुसार, मुरार की रपट से आगे की नहीं है, वे अचानक सत्ता में पहुँच गए हैं और नतीजे में  भयानक संकट के बीच देश में तो विभाजन के लिए साजिशें कर ही रहे हैं दुनिया में भी थू थू करा रहे हैं ; 
ऊपर से कायर इतने हैं कि सौ प्याज भी खा रहे हैं, सौ जूते भी खा रहे हैं और भारत की नाक कटा रहे हैं ।
#लानत_छोटा_शब्द_ है ,


बादल सरोज