वामपंथी पार्टियां बजट की जनविरोधी नीतियों की मुखालफत करेंगी

#लड़ेगा_तो_वाम_ही
वामपंथी पार्टियां 12 फरवरी से लेकर 18 फरवरी तक देश भर में विरोध कार्यवाहियां करके इस बजट की उन जन विरोधी नीतियों की मुखालफत करेंगी जो देश के बहुमत अवाम की जिंदगी को और ज्यादा मुश्किल बनाने जा रही हैं।
● जो मोदी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था का भट्टा बिठा चुकी है और गरीबों पर अभूतपूर्व बोझा लादे जा रही है । वहीँ रईसों और कारपोरेट कंपनियों को एक के बाद एक छूटें , रियायतें, सौगातें दिए जा रही है।  इस सबके चलते भारत की जनता में आर्थिक असमानता की खाई इतनी अधिक चौड़ी हुयी है जितनी इस देश ने आजादी के बाद कभी नहीं देखी।  
#सीपीएम, #सीपीआई, #सीपीआई_माले, #आलइंडिया_फॉरवर्ड_ब्लॉक और #रेवोलुशनरी_सोशलिस्ट_पार्टी अपनी साझी विरोध कार्यवाहियों में जिन मुद्दों को सामने लाएंगे वे इस प्रकार हैं ;    
 #एक एलआईसी, जो भारतीय जनता की जीवन भर की बचत की सबसे सुरक्षित जगह है,  के अनिवेशीकरण सहित भारतीय सम्पदा के विराट निजीकरण को वापस लिया जाए।  
#दो अभूतपूर्व बेरोजगारी तथा कारखाना बंदी और उत्पादन कमी के चलते हो रही छंटनी रोकने के कदम उठाये जाएँ।  न्यूनतम वेतन 21000 प्रतिमाह किया जाए।  समुचित बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।  
#तीन खेती-किसानी के लगातार गहराते संकट को थामने के लिए उपाय किये जायें, किसानों का कर्जा एकमुश्त माफ़ किया जाए।  
#चार अति महत्वपूर्ण क्षेत्रों के खर्चों जैसे खाद्य सुरक्षा में  (75532 करोड़ रुपये), कृषि एवं उससे जुडी गतिविधियों में (30683 करोड़ रूपये), ग्रामीण रोजगार गारंटी में (9500 करोड़ रूपये), सामाजिक सुरक्षा में (2640 करोड़ रूपये), शहरी विकास में (5765 करोड़ रुपये), स्वास्थ्य में (1169 करोड़ रूपये) की कटौती वापस ली जाए।  इन कटौतियों से भारत के करोड़ों लोग गरीबी में धकेल दिए जाएंगे।  लोगों की खर्च करने की ताकत बढ़ा नहीं सकते तो कमसेकम उसे जितनी है उतनी तो रहने दें। 
●जनता की जिंदगी पर यह आपराधिक हमले उस समय किये जा रहे हैं जब मोदी सरकार संविधान पर हमले कर रही है। सीएए, एनपीआर, एनआरसी के जरिये अपने कट्टर हिन्दुत्वी एजेंडे को लागू करके जनता की एकता को विभाजित कर रही है और देश भर में लोगों के बीच नफरत और हिंसा के माहौल को बढ़ावा दे रही है। 
#सीताराम_येचुरी (सीपीएम), #डी_राजा (सीपीआई), #देबब्रत_विश्वास (फॉरवर्ड ब्लॉक), #दीपांकर_भट्टाचार्य (सीपीआई माले लिबरेशन), #मनोज_भट्टाचार्य (आरएसपी)  ने अपनी प्रदेश इकाइयों से सप्ताह भर की इन विरोध कार्यवाहियों को संगठित करने का आव्हान किया है।