एक क्रूर तानाशाह ,एक गायक तानाशाह
एक मसखरा तानाशाह ,एक नायक तानाशाह
एक मूर्ख तानाशाह ,एक नरभक्षी तानाशाह
एक बहेलिया तानाशाह,जो पक्षियों को खिलाने
का नाटक करता है
सारे तानाशाह ,तानाशाह तो होते हैं
अंत में ,अनगिनत हत्याओं और झूठ के बाद
या तो मारे जाते हैं
या एकटक दुनिया को देखते हैं
तब तक ,जब तक
वह भयानक नहीं लगने लगती है ॥
प्रमोद बेड़िया