सिंघल द्वीप कभी सिलोन के नाम से जाना जाता था

आज जिसे श्रीलंका कहा जाता है,
यह सिंघल द्वीप कभी सिलोन के नाम से जाना जाता था , एक संधि के तहत इसे 70 के दशक में श्रीलंका नाम दिया गया, तभी से उसे रामायण की कथा से जोड़ दिया गया और कथा का ब्राह्मण चरित्र रावण को वहाँ का राजा कहा जाने लगा —


श्रीलंका के मुख्य पांच धर्म ग्रंथ हैं महावामसा दीपावामसा सिलप्पटिकर्म मानिमेकलाई कुलावामसा, इन ग्रंथों में लंका का इतिहास 6 BC से शुरू होता है, इनमें ना राम है ना रावण ?



लंका का इतिहास भारत से जरूर शुरू होता है, मैं सुनाता हूँ इतिहास !


वंगा(बंगाल) देश के राजा ने कालिंगा की राजकुमारी मायावती से विवाह किया, इन्हें #सुपपादेवी नाम की पुत्री हुई !


लाता (गुजरात का एक इलाका) कबिलें के राजा #सिनहा ने सुपपादेवी का अपरहण कर लिया, जबरन विवाह किया ! सुपपादेवी ने दो बच्चों को जन्म दिया पुत्र #सिन्हाबाहु और पुत्री #सिंहसिवाली !


सिन्हाबाहु जब बड़ा हुआ तो उसने अपनी माँ से सवाल किया, माँ मेरे शरीर पर ढेर सारे बाल पिता की तरह क्यों है और आपके शरीर पर बाल नही जब की कबिलें की हर औरत के शरीर पर बाल है ?


सिप्पादेवी ने उसे बताया वो वंगा की राजकुमारी थी और उसके पिता एक जंगली कबिलें के राजा, उन्होंने उसका अपरहण कर जबरन विवाह किया !


गुस्से में सिनहाबाहू ने अपने पिता सिनहा की हत्या कर दी !


हत्या करने के बाद सिनहाबाहु अपनी माँ और बहन सिनहासिवाली को लेकर लाता कबीला छोड़कर चला गया !


सिनहाबाहू सिंहापुरा नाम के राज्य की स्थापना करी, और अपनी ही बहन सिनहासिवाली से विवाह किया !


सिनहासिवाली ने दो पुत्रों को जन्म दिया, बड़े पुत्र का नाम था #विजाया !


किसी कारण वश सिन्हाबाहू ने अपने पुत्र विजाया को देश निकाला दे दिया !


भारत से निर्वासित होने के बाद, विजाया अपने 700 अनुयायियों को लेकर एक जहाज पर निकला !


विजाया का जहाज 543 BC को #टांपापन्नी (लंका में) नाम के इलाके से टकराया, उसी दिन उत्तर भारत में बुद्धा की मृत्यु हुई थी !


विजाया और उनके अनुयायियों को भोजन पानी की सुविधा #कुवेनी नाम की यक्खास जनजाति की महिला ने दी !


विजाया के अनुयायियों ने विजाया को टांपापन्नी का राजा घोषित कर दिया ! किंग विजाया ने यक्खास जनजाति की कुवेनी से विवाह किया !


उसके बाद किंग विजाया ने लंका की मूल जनजाति यक्खास का सफाया कर दिया !


#पांडुकभाया (474 BC - 367 BC) ऑफ़ अनुराधापुरा लंका का पहला राजा था जिसका जन्म लंका में हुआ था !


3rd BC के सदी में #महिंदा (अशोक के पुत्र) ने बौद्ध धर्म को लंका में ले गए !


#एलालांन या एलारा (205 BC - 162 BC) तमिल के किसी साम्राज्य का राजा था, ये पहला लंका का विदेशी हमलावर है जिसने लंका पर हमला करके अनुराधापुरा राज्य पर कब्ज़ा किया !


(चित्र में किंग विजाया जहाज से उतार कर कुवेनी से चर्चा करते हुए)


लंका के इतिहास में ना राम है ना रावण !


✍️Kranti Kumar Repost Written On 17 September 2017 At 5.38 PM.


#KRANTI_KUMAR_WASHERMAN