ओलिंपिक कुश्ती खिलाड़ी 27 वर्षीय नाविद अफ़क़री को दक्षिण ईरान की शीराज़ जेल में फाँसी पर लटका दिया

दुनियाभर से खिलाड़ियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के विरोध को नज़रंदाज़ करते हुए ईरान के फ़ासिस्ट मुल्लों ने ओलिंपिक कुश्ती खिलाड़ी 27 वर्षीय नाविद अफ़क़री को कल शनिवार सुबह दक्षिण ईरान की शीराज़ जेल में फाँसी पर लटका दिया। वो ईरान में सरकार द्वारा तेल-गैस के दाम बेतहाशा बढ़ाने, डूबती जा रही अर्थ व्यवस्था और बेरोज़गारी के विरोध में 2018 में हुए सरकार विरोधी जन आंदोलन का मुख्य आयोजक था।



इस आंदोलन में सरकारी हत्यारी पुलिस ने 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भून डाला था और उनकी मौत के लिए प्रदर्शनकारियों को ज़िम्मेदार ठहराया था। फांसी से पहले नाविद जेल से एक ऑडियो टेप बाहर भेजने में क़ामयाब रहा जिसमें उसने बताया था कि जेल में उसे बहुत यातनाएं दी गईं और उससे ज़बरन ज़ुल्म क़बूल करवाया गया।



शहीद नाविद अफ़क़री को सलाम, खिराज़ ए अक़ीदत
फ़ासीवाद की क़ब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी


Satya Veer Singh