25 से 27 सितंबर के बीच पूर्वी सिंहभूम के नाचोसाई गांव में जनता कफ्र्यु

 



अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए पारंपरिक ग्रामसभा नाचोसाई ने ग्रामीण क्षेत्र में तीन दिन का जनता कफ्र्यू लगाने का निर्णय लिया है. यह जानकारी ग्रामसभा अध्यक्ष रामकृष्णा सरदार द्वारा जारी पर्चे में दी गयी है. पर्चे में आम ग्रामीणों से जनता कफ्र्यू में सहयोग करने का आह्वान किया गया है.



जमशेदपुर से 25 किमी की दूरी पर स्थित नाचोसाई, नदी, नाला, डुगरी, पहाड़, जंगल की प्राकृतिक संपदा से भरा है. यह गांव शांति से अपना इतिहास, अपनी संस्कृति, अपने धर्म के अनुसार जीता रहा है. किंतु लुटेरे, ठेकेदार, व्यापारियों की गिद्ध नजर यहां के प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ गयी. ओम मेटल और लीडिंग कंस्अ्रकशन के संचालकों ने चंद स्थानीय दलालों की मिली भगत से कुछ गांव वालों को बहला फुसला कर सादा कागज पर उनका हस्ताक्षर ले लिया. इसके आधार पर फर्जी ग्राम सभा का कागज बना कर खनन लीज ले लिया. जहां लीज मिला है, वहां सदन गुट्टू और शुंडी डुंगरी में किरपडसुसुन अखाड़ा, मांग बुड़ू बैंगा, मसना का स्थल है.



नाचोसाई की पारंपरिक ग्राम सभा इस लीज और खनन का शुरु से विरोध कर रही है. 12 जनवरी 2019 को ग्रामीणों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था तो कंपनियों के ईशारे पर ग्रामीणों पर प्रशासन की ओर से दमन ढ़ाया गया. लोगों को पकड़ कर थाना ले जाया गया. ग्रामसभा के सदस्यों पर अपराध की धारायें लगायी गयी. तब भी विरोध जारी है. इसी क्रम में यह तीन दिवसीय जनता कफ्र्यु का आयोजन किया गया है.



कुमार चद्र मार्डी ने संघर्ष के साथियों से वहां आने की अपील की है.