वकील ने लैब पर ठोका 99 लाख का मुआवजा-कोरोना की गलत रिपोर्ट, बता दिया पॉजिटिव,

लैब ने वकील को कोरोना की गलत रिपोर्ट भेज दी थी, जिस वजह से कई दिनों तक उनकी पहचान कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज के तौर पर रही। वकील ने लैब पर 99 लाख मुआवजा देने की मांग भी की है। पॉजिटिव रिपोर्ट की वजह से घर और ऑफिस को सील कर दिया गया था।


मुंबई
मुंबई की एक वकील ने खुद की गलत कोरोना रिपोर्ट भेजने पर एक लैबोरेट्री पर मुकदमा करने की तैयारी कर ली है। लैब ने वकील को कोरोना की गलत रिपोर्ट भेज दी थी, जिस वजह से कई दिनों तक उनकी पहचान कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज के तौर पर रही। वकील ने लैब पर 99 लाख मुआवजा देने की मांग भी की है।


बांद्रा में रहने वाली एडवोकेट वंदना शाह मैट्रिमोनियल वकील हैं। पिछले महीने एक लैब ने 13 मई को उनका कोरोना टेस्ट करने के बाद कथित तौर पर गलत रिपोर्ट दे दिया था। वकील ने लैब को नोटिस भेजा, जिसमें उन्हें और उनके परिवार को हुई मानसिक यंत्रणा के एवज में 99 लाख का भुगतान करने की मांग की गई है। इसके साथ ही लैब से माफी मांगने को भी कहा गया है।

नोटिस भेजा, केस की चेतावनी
लैब को भेजे नोटिस में वकील ने लिखा, 'भरोसेमंद मरीज को दुर्भावनापूर्ण वजहों से गलत रिपोर्ट भेजे जाने से मैं चिंतित हूं। गलत रिपोर्ट का खामियाजा मरीज को भुगतना पड़ रहा है। इस मामले का निपटारा उपभोक्ता अदालत और हाई कोर्ट में हो सकता है। यह मेडिकल लापरवाही और का सीधा मामला है। पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए।'


घर और ऑफिस हुआ था सील
दरअसल वकील वंदना शाह को एक जरूरी सर्जरी से पहले कोरोना टेस्ट कराने के लिए बोला गया। 13 मई को लोअर परेल स्थित एक लैब में उनका सैंपल कलेक्ट किया गया। 15 मई को फोन पर उन्हें कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना दी गई। अगले दिन उनके घर को कंटेनमेंट जोन के तौर पर मार्क कर दिया गया। बांद्रा वेस्ट में उनके ऑफिस की बिल्डिंग को भी सील कर दिया गया। इसके बाद उन्हें बताया गया कि उनकी रिपोर्ट को डॉक्टर को मेल कर दिया गया है। हालांकि यह रिपोर्ट गलत साबित हुई क्योंकि रिपोर्ट में तारीख 13 मई की बजाय 14 मई दर्ज थी।

गलत रिपोर्ट से झेलना पड़ा भेदभाव
इसके बाद वकील ने दूसरे प्राइवेट लैब में टेस्ट कराया। इस बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। पहले टेस्ट के 6 दिनों के अंदर ही। उन्होंने कहा, 'यह खौफनाक था। मुझे घर से लेकर ऑफिस तक भेदभाव झेलना पड़ा। पड़ोसियों ने भी मेरे परिवार से दूरी बना ली जैसे कि मैं कोई कुष्ठ रोगी हूं। हमारे घर को सील कर दिया गया क्योंकि लैब ने अपना काम सही तरीके से नहीं किया।' नोटिस में लैब को 2 हफ्ते के अंदर जवाब देने को कहा गया है।