लॉकडाउन 3:0 शुरू -कुछ जरूरी पॉइंट है इन पर शासन को अमल करने की आवश्यकता है-माया विश्वकर्मा

लॉक डाउन  शुरू होने के साथ ही  नरसिंहपुर जिले में  पैडवूमैन माया विश्वकर्मा और  उनका सुकर्मा फाउंडेशन  जिस तरह से  ग्रामीण अंचलों में हर सुविधाएं  जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराने के लिए  जी जान से जुटा था प्रशासनिक व्यवस्थाएं सीमित होने के बाद  सुकर्मा फाउंडेशन में  हर स्तर पर  जरूरतमंद लोगों को  सुविधाएं उपलब्ध कराई ग्रामीण क्षेत्रों में  प्रशासन अपने दावों के विपरीत  सहायता सुलभ कराने में  लगभग असमर्थ रहा है  ऐसी स्थिति में पैड वुमन माया विश्वकर्मा ने अपने कुछ सुझाव  साझा किए हैं  जिसे प्रशासन  अमल में यदि लाता है  तो निश्चित तौर पर  लोगों को  राहत मिलेगी जानते हैं  माया विश्वकर्मा के  प्रशासन को दिए जाने वाले सुझाव- नरसिंगपुर ज़िले में लाकडाउन 2:0 के शुरू होने के दौरान मैंने कुछ जरूरी पॉइंट लिखे थे जो कि अलग अलग गाँव में अलग अलग प्रकार के लोगों से मिलने के समय कि समस्यायें थी। अभी तक वो समस्या सुलझी नहीं कि एक और लॉकडाउन 3:0 शुरू होगा गया है। फिर से ये कुछ जरूरी पॉइंट है इन पर अमल किया जाए। प्रशासन कि होम डिलीवरी जैसी योजनायें गाँव के लिए विफल रही ! सोशल डिस्टेंस, मास्क और बार बार हाथ धोने को बेहद जरूरी मानते हुए निम्न बातों पर ध्यान दिया जाए। 
१. गाँव में राशन की कालाबाज़ारी रोकने के लिए शहर की सभी राशन की दुकानें हफ्ते में ५-६ दिन सुबह से शाम तक खोली जाए।
२. कृषि से सम्बंधित दुकानें (सुधार उपकरण, खाद, बीज और अन्य) भी खोले जाए ताकि मूँग कि फसल ख़राब ना हो। 
3. बुजुर्गो की पेंशन नहीं आ पा रही है इसलिए उनको बैंक तक जाने का वाहन उपलब्ध हो। 
४. लगभग सभी गाँव में शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज है उनकी दबाई उपलब्ध नहीं हो पा रही है ४५ दिनों के लॉकडाउन में बीमारी को बढ़ा दिया है ऐसे मरीजों को दवा और इलाज़ मिले। 
५. गैस सिलेंडर की काला बाज़ारी ना हो गाँव में बहुत सारे बुजुर्ग है जो अपने बच्चों से नियारे (अलग) है उनके पास गैस की सुविधा नहीं है और ना ही वो ईंधन लेने जा सकते है इनका क्या इंतज़ाम हो सकता है ?
६. मानसिक रोगी, विकलांग, सेरिब्रल पाल्सी बाले मरीज सभी गाँव में है इनकी पैंशन और दवाई का प्रवन्ध भी हो घर वाले आर्थिक तंगी के चलते बहुत परेशान है। 
७. अक्सर गाँव में कुछ परिवार ऐसे है जिनके पास ना तो राशन कार्ड है और ना ही किसी प्रकार की पर्ची है ऐसे लोगो को भी राशन मुहैय्या कराया जाए।
८.हर गाँव में गर्भवती महिलायें है जो किसी कारणवस् अस्पताल नहीं जा पा रही है लाकडाउन में इनके  चेक उप बरावर हो और समय पर न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट उपलब्ध हो। 
९. सब्जी विक्रेता हो सहशर्त सब्जी एवं फल बेचने की सुविधा हो और दूध का भी उचित प्रवन्ध हो। 
१०. आँगनबाड़ी और स्कूल के मिड डे मील (अनाज) की कालाबाज़ारी रोकी जाए। 
११. गाँव में मजदूरों को काम करने की व्यवस्था हो।