कोरोनावारियर्सडायरी#7-सुकर्मा फाउंडेशन

कलिया बाई एक निराश्रित बुजुर्ग है, जो अपने इस एक कमरे के प्रधानमंत्री आवास में रहती है, जब हम इन तक पहुंचे तो यह सो रही थी, आस पास के लोगों से इनकी माली हालत के बारे में जानने की कोशिश की तो पाया बिल्कुल अकेली रहती है, कोई नहीं है, राशन मिलता है, चावल और गेंहू, पेंशन से कुछ जरूरी मसाले(तेल आदि) लाती है, बस लेकिन कमजोर शारीरिक अवस्था दूसरो पर आश्रित बनाती है, हर महीने पेंशन लेकर आना भी चुनौती होती है, अभी लाकडाउन है तो कोई कैसे बैंक तक जाए सब डरते है, स्थिति खराब है, लोगों ने हमें बताया।


फ़ौरी तौर पर उन्हें जरूरी राशन सामग्री सुकमा फाउंडेशन ने दी है, दादी अपनी इन परिस्थितियों से मानो समझौता कर चुकी है, किस्मत की बाते करती है, परंतु हम समाज के लोग थोड़ी - थोड़ी मदद करें, स्थानीय प्रशासन जरूरी वस्तुओं व पेंशन की होम डिलेवरी से इनकी जिंदगी आसान बन सकती है, तभी हम एक लोक कल्याणकरी राज्य की परिकल्पना को प्राप्त कर सकते हैं।
~ Arpit Katare


Sukarma Foundation - सुकर्मा फाउंडेशन