मुस्लिम विरोधी  नहीं  थे शिवाजी 

3 अप्रैल को  छत्रपति शिवाजी की पुण्यतिथि है l कतिपय  साम्प्रादायिक संगठन अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए उन्हे एक मुस्लिम विरोधी हिन्दू राजा के रूप मे प्रस्तुत  है l परंतु सत्य यह है कि उनकी सेना में अनेक मुस्लिम नायक , सेनानी एवं अनेक मुस्लिम सरदार और सूबेदारों जैसे लोग थे। शिवाजी के निदेशानुसार सन् 1679 ई. में अन्नाजी दत्तों ने एक विस्तृत भू-सर्वेक्षण करवाया जिसके परिणामस्वरूप एक नया राजस्व निर्धारण हुआ। 'शिवाजी ने दृढ़ निश्चय कर लिया था कि वे किसी भी नागरिक या सैन्य प्रमुख को जागीरें नहीं देंगे। इतिहासकार जदुनाथ सरकार का कहना है कि शिवाजी किसानों को अपनी ओर इसीलिए कर सके कि उन्होंने ज़मीदारी और जागीरदारी प्रथा को बंद किया और राजस्व प्रशासन के माध्यम से किसानों के साथ सीधा संबंध स्थापित किया। इस महान और निर्विवाद सेनानायक का जन्म: 19 फ़रवरी, 1630 - एवं मृत्यु: 3 अप्रैल, 1680 को हुई l महानायक को प्रणाम l


गोपाल राठी