मानवता, न्याय और समानता के अप्रतिम योद्धा भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर

करोड़ों लोग जो दोज़ख से 
निकल आए हैं 
उनके क़द है जो आदमी जैसे 
ख्वाब आंखों में जो
उभरे हैं अभी
अब जो मुमकिन है 
हौसलों का सफ़र 
अब जो राहें ज़रा-सी रोशन हैं 
बेसबब तो नहीं हुआ होगा
किसी ने ख़ुद को जलाया है ज़रूर !


मानवता, न्याय और समानता के अप्रतिम योद्धा, हिन्दुओं की अमानवीय वर्ण एवं जाति व्यवस्था के प्रचंड विरोधी, भारतीय संविधान के शिल्पी, प्रखर मानवतावादी चिंतक भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेदकर की जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि !


Dhruv gupt