कोरोना_की_चिट्ठी

 
(अमरीका में सोशल मीडिया पर घूम रही इस  चिट्ठी का अंगरेजी से हिंदी में भावानुवाद #संध्या_शैली ने किया है )


धरती ने बार बार तुम्हारे कान में फुसफुसाया लेकिन तुमने नहीं सुना
फिर धरती ने आवाज दी लेकिन तुमने ध्यान नहीं दिया
धरती फिर जोर से चिल्लाई लेकिन फिर भी तुमने उसे अनसुना कर दिया
और फिर मै पैदा हुआ.....
मैं तुम्हे सजा देने के लिये पैदा नहीं हुआ हूं
केवल तुम्हे जगाने के लिये आया हूं। 


धरती बार बार मदद के लिये गुहार लगाती रही......
विनाषकारी बाढें लेकिन तुम अनजान बने रहे
जलते जंगल लेकिन तुमने उस ओर से आंखें मूंद लीं
भयावह तूफान लेकिन तुमने फिर भी नहीं सुना
तुम उस वक्त भी जानबूझ कर अनजान बने रहे जब
तुम्हारे द्वारा दूषित पानी से समुद्री जीव जान देते रहे ओैर हिमनद अप्रत्याषित और खतरनाक रफ्तार से पिघलते रहे
दर्दनाक सूखे की मार भी तुमने झेली
लेकिन इस सबके बावजूद तुम नहीं समझे कि धरती कितना नकारात्मक प्रहार सहन कर रही है। 


अंतहीन युद्ध
अंतहीन लालच
तुम बस अपनी जिंदगी जीते रहे
बिना इसकी परवाह किये कि कितनी घृणा तुमने अपने आस पास पैदा कर ली है
बिना इसकी परवाह किये कि कितना खून रोज बह रहा है
तुम्हारे लिये धरती की पुकार सुनने और जानने से अधिक 
नया आई-फोन कब आ रहा है यह जानना अधिक महत्वपूर्ण हो गया। 


लेकिन अब मै आ गया हूं
और मैने दुनियां को वो जहां थी वहीं की वहीं रोक दिया है
अंततःमैने तुम्हे धरती को सुनने के लिये मजबूर कर दिया
मैने तुम्हे शरणागत होने  को मजबूर कर दिया
मैने तुम्हारे उपभोक्तावाद पर अंकुष लगा दिया
अब तुम भी धरती की तरह हो गये हो
केवल अपने अस्तित्व की चिंता करते हुये
कैसा लग रहा है अब ?????


मैने तुम्हारे शरीर को तपाया ठीक वैसे 
जैसे तुम जंगलों को जलाकर धरती को तपाते हो
मैने तुम्हारे फेफडे कमजोर कर दिये ठीक वैसे 
जैसे तुमने प्रदूषण फैला कर धरती के कर दिये
मैने तुम्हारा दम घोंट दिया ठीक वैसे 
जैसे प्रदूषण फेैला कर तुम धरती का दम घोंट रहे थे
मैने तुम्हे कमजोर कर दिया ठीक वैसे 
जैसे दिन पर दिन धरती कमजूोर होती जा रही थी
मैने तुम्हारा चैन छीन लिया
तुम्हारा बिना मतलब बाहर घूमना
तुम्हारा इस धरती और इसकी तकलीफ की चिंता किये बगैर तमाम चीजों का उपयोग करना
मैने सब कुछ बंद करके इस दुनियां को जहां थी वहीं खड़ी कर दिया। 


और अब...
चीन में हवा अधिक साफ है और आकाष नीला दिखाई देता है क्योंकि कारखानों का धुंआ उस पर कालिख नहीं पोत रहा
वेनिस में पानी साफ हो गया है और उसमें तैरती डाॅल्फिन भी दिखाई देने लगी हैं क्योकि उस पानी को गंदला करने और डाॅल्फिन का दम घोंटने वाली 
गोंडोला बोट उसमें चलनी बंद हो गयी। 


तुम्हारे पास अभी समय है यह सोचने के लिये कि 
आखिर तुम्हारी जिंदगी के लिये क्या सबसे अधिक महत्वपूर्ण है
एक बार फिर
मैं यहां तुम्हे सजा देने नहीं तुम्हे जगाने आया हूं
जब यह बीत जायेगा और मैं चला जाउंगा
हमेष इन पलों को याद रखना। 


धरती को सुनो
अपने आप को सुनो
धरती को प्रदूषित मत करो
 जाति,धर्म,रंग और भाषा, के नाम पर एक दूसरे से मत लड़ो
(याद रखना मैने किसी में फर्क नहीं किया,धरती भी किसी में फर्क नहीं करती)


भोगवादी तरीके से जीना बंद करो
और अपने पड़ोसियों से मोहब्बत करना शुरू करो
धरती और उसके जीवों की चिंता देखभाल रक्षा करना शुरू करो
इस प्रकृति पर विष्वास करना शुरू करो
क्योंकि
अगली बार हो सकता है जब मैं वापस आऊं तो शायद और भी अधिक ताकत के साथ आऊं !!


बादल सरोज