छिंदवाड़ा- एक और जहां पूरा विश्व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से परेशान है वही दूसरी ओर केंद्र शासन और राज्य शासन के निर्देशों के चलते देश में लॉक डाउन की स्थिति के कारण दैनिक उपयोग की चीजों के साथ ही सबसे ज्यादा परेशानी छिंदवाड़ा जिले के उन मरीजों को हो रही है जिनका इलाज नागपुर के चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है तथा उनके द्वारा लिखी गई दवाइयां छिंदवाड़ा के चुनिंदा मेडिकल स्टोरों में ही उपलब्ध होती थी परंतु लॉक डाउन के चलते अब यह दवाएं इन मेडिकल स्टोर में उपलब्ध नहीं है जिससे मरीजों को परेशानी के साथ-साथ अपनी जान के साथ भी खिलवाड़ करने की स्थिति में पहुंचना पड़ गया है इसका मुख्य कारण है कि जो मेडिकल स्टोर इन दवाओं को बुलाकर इन मरीजों को उपलब्ध कराते थे अब उन्होंने हाथ खड़े कर लिए हैं उनका यह कहना है कि यह दवाएं नागपुर से आवागमन बंद होने के कारण किसी भी स्थिति में छिंदवाड़ा में उपलब्ध नहीं हो पाएंगी क्योंकि नागपुर से इन दवाओं को मंगाना वर्तमान में संभव नहीं है मेडिकल स्टोर वाले नागपुर के चिकित्सकों द्वारा लिखी गई दवाओं का आल्टरनेट मरीजों को देने के लिए कह रहे हैं परंतु सबसे खतरनाक बात यह है कि जिन दवाओं का आल्टरनेट बताकर मेडिकल स्टोर वाले दवाएं मरीज को देंगे वे दवाएं मरीज की बीमारी के लिए उपयुक्त है अथवा नही इसके अलावा मरीज के शरीर को नुकसान भी पहुचायेगी इसकी कोई वैधानिकता नहीं है सबसे ज्यादा तो परेशानी डायबिटीज के साथ अन्य कई रोगों से ग्रसित मरीज हैं जो कई वर्षों से नागपुर के चिकित्सकों की देखरेख एवं उनके द्वारा लिखी गई दवाओं के सेवन करने पर ही आश्रित है इन मरीजों को यदि समय पर दवा नहीं मिली तो उन्हें गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है ऐसी परिस्थिति में जिला प्रशासन का यह दायित्व है कि छिंदवाड़ा जिले के हजारों मरीज जिनका इलाज नागपुर में चिकित्सकों द्वारा प्रारंभ है और उनके द्वारा लिखी गई दवाएं जिनका मरीज सेवन कर रहे हैं उन दवाओं को प्राथमिकता के आधार पर तत्काल उपलब्ध कराया कराया जाना समय की आवश्यकता है ताकि जिले के उन हजारों मरीजों को यह दवाएं उपलब्ध कराकर उनकी जान बचाई जा सके
जिले के हजारों मरीजों की जान से खिलवाड़- नागपुर के चिकित्सकों द्वारा लिखी गई दवाइयां छिंदवाड़ा में उपलब्ध नहीं