कॉमरेड पीके मूर्ति व्यक्ति नहीं आंदोलन थे....
दुनिया के विभिन्न देशों में जन आंदोलनों की अलख जगाने वाले लाल झंडा कोल माइंस मजदूर यूनियन के मशहूर जुझारू नेता मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा एवं बैतूल जिले में पाथाखेड़ा सारणी से लेकर पेंच एवं कन्हान क्षेत्र के कोयला श्रमिकों की लड़ाई लड़ने वाले इकलौते ऐसे नेता थे जिन्होंने कोयला मजदूरों की संघर्ष को नई पहचान दी वह कोयला श्रमिकों के साथ-साथ देश के जन संघर्षों की आवाज थे संघर्ष का दूसरा नाम कामरेड पी के मूर्ति था कामरेड पी के मूर्ति का आज पांडिचेरी के अस्पताल मे निधन हो गया
उनके आकस्मिक निधन से मजदूर आंदोलन को तथा सामाजिक आंदोलनों को अपूरणीय क्षति पहुंची है हम सभी श्रमिक आंदोलनों के साथी एवं जन आंदोलनों के समस्त संगठन अपने प्रिय एवं जुझारू नेता कामरेड पीके मूर्ति को इंकलाबी सलाम पेश करते हैं एवं भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं कामरेड मूर्ति अमर रहे.... अमर रहे
साथी तेरे सपनों को मंजिल तक पहुंचाएंगे इंकलाब जिंदाबाद.....
डी के प्रजापति