पत्रकारिता निर्णायक मोड़ पर

यह तस्वीर मणिपुर के इम्फाल  फ्री प्रेस की रिपोर्टर बेबी शिरीन की है। बेबी को उनके संपादक सत्यजित सिंह के साथ केवल इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उन्होने राष्ट्रीय स्तर पर किए गए एक सर्वेक्षण मे भाजपा के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह को रैंक मे निचले स्थान पर रखा।  फिलहाल दोनों भारी मुचलके पर रिहा कर दिये गए हैं ।


मणिपुर मे ही एक अन्य पत्रकार किशोर चन्द्र वाङ्घेम सोशल मीडिया पर लिखे की वजह से राजद्रोह के आरोप मे 134 दिन की सजा काटकर लौटे हैं। 


वीडियो ब्लागर आर के चिंडोगर को भी सरकार की कथित तौर पर तौहीनी करने की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया।  


हमें भी तय करना होगा कि इन सत्य के सिपाही जांबाज पत्रकारों के साथ हमें खड़े रहें या सत्ता की धारा के साथ बह जाएं।