महाशिवरात्रि महोत्सव आरंभ


श्रीमद् भागवत कथा मरना सिखाती हैं : आरती द्विवेदी


*मोहगांव हवेली/ सौंसर :*
          सुप्रसिद्ध अर्ध नारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर मोहगांव हवेली में आज दीप प्रज्वलन, अखंड घंटानाद, घट स्थापना के साथ महाशिवरात्रि महोत्सव आरंभ हुआ. आज प्रथम दिन की श्रीमद् भागवत कथा में छतरपुर म.प्र. से पधारी भागवताचार्य कु. आरती द्विवेदी ने कहा कि, श्रीमद् भागवत मरना सिखाती हैं. जीना तो सभी पशु पक्षियों को आता ही हैं.
     कु. द्विवेदी ने श्रीमद् भागवत का महात्म्य बताते हुए कहा कि, यह कथा चिंता से मुक्त कर, चिंतन करना सिखाती हैं. क्योंकि चिंता दुनिया की होती हैं और चिंतन ईश्वर का होता हैं. उन्होंने वर्तमान परिदृश्य पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, श्रीमद् भागवत कथा को मनोरंजन मत बनाइए. पिले वस्त्र पहनने वाला, दाढ़ी बढ़ाने वाला हर कोई संत नहीं होता. संत कोई वेशभूषा का नाम नहीं हैं. आत्मदेव की कथा का सुंदर वर्णन करते हुए धुंधली तथा पुत्र धुंधकारी व गोकर्ण के चरित्र को समझाया.
       प्रतिवर्षानुसार सुप्रसिद्ध अर्ध नारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर मोहगांव हवेली में भगवान शिव के नवरात्रि प्रारंभ होने के साथ महाशिवरात्रि महोत्सव 2020 का  विगत 12 फरवरी से लघुरुद्र अभिषेक के साथ श्रीगणेश हुआ. प्रतिदिन 2 पालियों में महाराष्ट्र से आए 11 आचार्य पंडितों द्वारा लघुरुद्राभिषेक किया जा रहा हैं.
*मंगलवार, 18 फरवरी के कार्यक्रम*
प्रात: 5 बजे सामुदायिक ध्यान, प्रात: 6 बजे काकडा आरती, 6 :30 बजे महाआरती, सुबह 7 बजे श्री राम धुन, 9 बजे रुद्र अभिषेक,  दोपहर 1 बजे से सुश्री आरती द्विवेदी इनके मुखारविंद से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा, सायं 6 बजे से सामुदायिक प्रार्थना, 6:30 बजे महाआरती, 7 बजे से हरिपाठ भारुड तथा रात्री 9 बजे से ह.भ.प. रविपाल महाराज (खंजरी वादक) इनके श्रीमुख से हरिकिर्तन होगा.