हमारे पुरोधा -अमृतलाल नागर


अमृतलाल नागर (स्मृति दिवस)
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हिन्दी को मानस का हंस , शतरंज के मोहरे, नाच्यौ बहुत गोपाल, भूख, बिखरे तिनके, खंजन नयन , एकदा नैमिषारण्ये , सुहाग के नूपुर 1, सुहाग के नूपुर 2, चक्रतीर्थ , पीढ़ियां , करवट, अमृत और विष , सात घूंघट वाला मुखड़ा, (उपन्यास) एक दिल हजार अफसाने , दो आस्थाएँ , चकल्लस (कहानी संग्रह), कृपया दायें चलिए, बाबू पुराण, जब बात बनाए न बनी, जी-हुजूर क्रान्ति (व्यंग्य) नटखट चाची / अमृतलाल नागर (कहानी संग्रह), अक्ल बड़ी या भैंस ,महान युग निर्माता( बाल कहानियां) जैसी कृतियां देनेवाले साहित्य अकादमी पुरस्कार सोवियत लैण्ड नेहरू पुरस्कार, प्रेमचन्द पुरस्कार, तथा १९८१ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित अमृतलाल नागर जी को उनके स्मृति दिवस पर नमन!


 By : Navneet Pandey