भारत में ट्रम्प का रोड शो क्यों ?


कोई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष भारत आएगा तो यहां 22 किलोमीटर का रोडशो क्यों करेगा? क्या वह यहां चुनाव लड़ रहा है? क्या किसी विदेशी नेता को भारत में रोडशो का अधिकार है? क्या वह भारत का सर्वोच्च प्रतिनिधि है? क्या वह भारत का मालिक है? क्या भारत उसकी कॉलोनी है? ट्रंप किस हैसियत से गुजरात में रोडशो करेंगे? क्या यह भारत की संप्रभुता के खिलाफ नहीं है?


दो देशों के प्रमुख मुलाकात करेंगे तो रोडशो क्यों करेंगे? इस रोडशो में 300 एनजीओ एवं संगठनों के स्वयंसेवकों का क्या काम है? भारत का कार्यकारी प्रमुख किसी देश के प्रमुख से मिलेगा तो इसके लिए लाखों लोग क्यों जुटाए जाएंगे? सरकस लगा है कि भालू बंदरिया का नाच होने जा रहा है? 


भारत सरकार का दावा है कि 'नागरिक अभिनंदन समिति, अहमदाबाद' यह कार्यक्रम आयोजित कर रही है. क्या भारत में कोई सरकार नहीं है जो अमेरिका के राष्ट्रपति को कोई एनजीओ बुलाएगा? क्या यह विदेश मंत्रालय की समिति है? क्या इसे विदेश मामलों के अधिकार सौंपे गए हैं? भारत सरकार ने इसे इजाजत क्यों दी है? ये कौन लोग हैं? एक निजी संस्था के आयोजन पर सरकार 120 करोड़ क्यों फूंक रही है? 


130 करोड़ लोग दिन-रात हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं और दो कौड़ी के एनजीओ विदेश मंत्रालय और सरकार चला रहे हैं. एनजीओ कभी कश्मीर में शिकारा सैर का आयोजन कराते हैं तो कभी ट्रंप का दौरा आयोजित करते हैं. बढ़िया है! पैसा फूंकों जनता का, माल काटें एनजीओ, हुकुम चले अमरीका का. 


क्या इतने बड़े देश की विदेश नीति अब एनजीओ तय करेंगे? जो विदेशों में डंका बजता था, उसका क्या हुआ? एनजीओ अमेरिकी राष्ट्रपति का दौरा आयोजित करेंगे तो फिर सरकार क्या करेगी? सवाल कौन पूछेगा?
 
महान हिंदुस्तान के नागरिको! आप तो हजूर हिंदू-मुसलमान पर फोकस कीजिए...


@ Krishna Kant