लोकतंत्र की बहाली के लिए विद्यार्थियों की एकजुटता जरूरी।
30 जनवरी को गांधी स्मृति, दिल्ली से निकली भारत यात्रा की उन्नीसवें दिन की शुरुआत नवनिर्माण शिक्षा संस्थान, रत्नागिरी से हुई जहां अभिजीत हेगशेट्ये (संस्था के संचालक और समाजवादी विचारक), डॉ. आशा जगडले, सचिन टेकले और सुशील मोहन सालवी ने यात्रियों का स्वागत किया। इसके बाद विद्यार्थियों की एक सभा का आयोजन किया गया।
नवनिर्माण शिक्षा संस्थान की स्थापना 2001 में हुई थी। तब से अब तक, इस संस्था के 6 महाविद्यालय है और 2 रात्रि स्कूल है जिसमें कुल मिलाकर 4000 विद्यार्थी पढ़ते हैं।
सभा को संबोधित करते हुए नव निर्माण शिक्षण संस्था के प्रमुख अभिजीत हेगशेटे जी ने कहा कि देश में डर का माहौल बना हुआ है जिसके चलते लोग खुलकर अपने विचार नहीं रख पा रहे हैं, जबकि देश का संविधान हर नागरिक को अभिव्यक्ति की आज़ादी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि नवनिर्माण शिक्षण संस्था कोंकण में शिक्षा के स्तर को सुधारने और हर परिवार तक शिक्षा पहुंचाने के एस एम जोशी जी के सपनों को साकार करने के लिए हर सम्भव प्रयास करती रहेगी तथा राष्ट्र सेवा दल के पंचशील को घर-घर तक पहुंचाएगी।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. सुनीलम ने कहा कि शोषण, अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार, भेदभाव और आतंक का विरोध करना, ज़रूरतमंदों को मदद देना और सभी के प्रति समदृष्टि रखना ही समाजवाद है। भारत के संविधान में समाजवाद के सभी मूल्यों को समाहित किया गया है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे हर किस्म के शोषण, अन्याय और अत्याचार का विरोध करें जैसा जामिया, जे.एन.यू., ए.एम.यू. तथा देश भर में युवाओं और महिलाओं के नेतृत्व में चल रहे - सी.ए.ए., एन.पी.आर., एन.आर.सी. के विरोध में शामिल हों। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की बहाली के लिए विद्यार्थियों की एकजुटता जरूरी है। डॉ. सुनीलम की बात पर विद्यार्थियों ने हाथ खड़ा कर सहमति दी।
डॉ. सुनीलम ने, आज समाजवादी नेता संदीप पांडेय को घंटाघर लखनऊ से उजरियाव के रास्ते में गिरफ्तार कर ठाकुरगंज थाना ले जाए जाने को उत्तरप्रदेश पुलिस की अलोकतांत्रिक कार्यवाही बताते हुए कहा है कि मोदी - योगी राज में संवैधानिक अधिकारों का खात्मा हो गया है जिनकी वापसी के लिए मोदी - योगी राज का खात्मा जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश के 15 करोड़ बेरोजगार ही संगठित होकर अडानी - अम्बानी के वर्तमान कॉरपोरेट राज का खात्मा करेंगे।
मध्य प्रदेश से अधिवक्ता आराधना भार्गव ने यात्रा के दौरान सावित्री बाई फूले के जन्मस्थान नायगांव तथा बाबा साहेब अम्बेडकर के प्राथमिक स्कूल, प्रताप सिंह विद्यालय का जिक्र करते हुए कहा कि सामान्य घर में पैदा होकर तथा शासकीय स्कूल में पढ़कर भी समाज और देश के लिए अधिक्तम योगदान किया जा सकता है तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए बड़े घर में पैदा होना और बड़े स्कूल में पढ़ना ज़रूरी नहीं।
हरियाणा से यात्री लोकेश भिवानी ने कहा कि दुनिया गंभीर पर्यावरण संकट से गुज़र रही है और गांधी के सादगी, स्वावलंबन और मितव्ययिता के विचारों पर चलते हुए पर्यावरण मुखी नीतियां अपनाकर मानवता के अस्तित्व को बचाया जा सकता है।
झारखंड से यात्री रोहन गुप्ता ने यात्रा के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि यात्रा ने छोटे बड़े, सभी तरह के आंदोलनों को देखा है और समझा है। उन्होंने कहा कि कुछ आंदोलन जैसे नर्मदा बचाओ और कागज़ दिखाओ आंदोलन खासकर प्रेरणादायी है।
उत्तराखंड से यात्री अंजना ने कहा कि यात्रा में ऐसा अनुभव हुआ कि जैसे गांधी को सरकार ने अपने कब्ज़े में कर लिया है।
सभा के दौरान महात्मा गांधी, डॉ. लोहिया, बाबा साहेब अंबेडकर और एस एम जोशी अमर रहे के नारे लगाए गए।
सभा में शामिल विद्यार्थियों और शिक्षकों ने यात्रा के लिए 2460 रुपये का आर्थिक योगदान किया। पिछले 18 दिनों में गमछा फैलाकर चंदे से 1 लाख रुपए सभा के दौरान आर्थिक सहयोग से जमा किये जा चुके हैं।
रत्नागिरी में "आज़ादी मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है" का नारे देने वाले लोकमान्य तिलक जी के जन्मस्थान पर पहुंचने पर यात्रियों ने उसे बंद पाया।
उल्लेखनीय है कि 150वीं जयंती और समाजवादी आंदोलन के 85 वर्ष पूरा होने के अवसर पर स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुनर्स्थापना तथा संवैधानिक मूल्यों की स्थापना, सीएए-एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ, सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण, बढ़ती बेरोजगारी एवं गैरबराबरी, मॉब लिंचिंग, करोड़ों आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश, दलितों, महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों पर बढ़ते जुल्मों, गहराते कृषि संकट, श्रम क़ानूनों को ख़त्म कर चार कोड लागू कर पच्पन करोड़ श्रमिकों के जीवन को असुरक्षित बनाने आदि मुद्दों को लेकर समाजवादी समागम द्वारा राष्ट्र सेवा दल, हिन्द मजदूर सभा, जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, हम समाजवादी संस्थायें, हम भारत के लोग, नशा मुक्त भारत आंदोलन, यूसुफ मेहेर अली सेंटर, फैक्टर, इंसोको और नशा मुक्त भारत आंदोलन के समर्थन से और डिजिटल मीडिया पार्टनर पैगाम के साथ भारत जोड़ो संविधान बचाओ समाजवादी समागम यात्रा निकाली जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पहले चरण की यात्रा 16 राज्यों में होकर 23 मार्च को हैदराबाद में पूरी होगी; जहां डॉ. लोहिया के जन्मदिवस और शहीद भगत सिंह जी के शहादत दिवस के अवसर पर समाजवादी समागम आयोजित किया जाएगा।
समाजवादी समागम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन एवं संवैधानिक मूल्यों की पुर्नस्थापना के साथ-साथ देशभर के समाजवादी, गांधीवादी, सर्वोदयी, वामपंथी, अंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े जन आंदोलनकारियों, मानव अधिकारवादियों, पर्यावरणवादियों एवं सभी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से एकजुट करना है।