गोवा में गांधी-कथा

गोवा में गांधी-कथा


 2 दिसंबर को गांधी 150 के अवसर पर गांधी कथा का आयोजन गोवा राजभवन तथा  कला एवं संस्कृति संचनालय, गोवा सरकार की ओर से पणजी में किया गया । कथाकार थीं डॉ शोभना राधाकृष्ण ।
डॉ शोभना राधाकृष्ण के पिता डॉ के एस राधाकृष्ण अपने समय के प्राख्यात गांधी विचार चिंतक और सर्वमान्य संगठक थे । डॉ शोभना का जन्म भी महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम में हुआ था । कथाकार के तौर पर डाॅ शोभना का मोहन  से महात्मा तक के 78 वर्ष तक के जीवन, विचार और संघर्ष  के प्रमुखतम घटना-क्रम व योगदान को सिर्फ़ 65 मिनट में कथा और गीत के माध्यम से विषद करने का सम्मोहनकारी प्रयास रहा । महात्मा गांधी के महासंघर्षमय जीवन को महज 65 मिनट में प्रस्तुति  एक विस्मयकारी व प्रबोधनमय अनुभव रहा । कथा और गीत का समन्वय भी अदभुत था । यह कथाकार डॉ शोभना राधाकृष्ण के अथक मिहनत व समर्पण के कारण ही संभव हुआ । गोवा कथा की एक और विशेषता  थी  1942 के भारतीय आजादी के निर्णायक आंदोलन का गोवा पर प्रभाव तथा महात्मा गांधी व इनके शिष्य डॉ राममनोहर लोहिया का गोवा स्वतंत्रता संग्राम को दिशा देनेवाले प्रसंगों को समावेश किया जाना । डॉ शोभना राधाकृष्ण ने मोहन से महात्मा बनाने में कस्तूरबा के योगदान को भी हृदयस्पर्शी रूप से  पेश कीं। इसलिए उन्होंने कहा कि यह 150 वर्ष बा और बापू दोनों का समान रूप से है ।


 डॉ शोभना अपने पति डॉ रवि चोपड़ा के साथ मिलकर अब तक सभी स्केनडेवियन व यूरोपीय देशों के अतिरिक्त आस्ट्रेलिया, फिजी आदि देशों में बा बापू 150 वर्ष के उपलक्ष्य पर गांधी कथा प्रस्तुत कर चुकी हैं। भारत में कई महत्वपूर्ण संस्थाओं व राजभवनों के तत्वाधान में गांधी कथा का आयोजन जारी है । 10 दिसंबर को भोपाल में मध्यप्रदेश की सरकार की ओर से आयोजन होने वाला है । राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, आंध्रप्रदेश, के राजभवनों द्वारा जनवरी 2020 में आयोजन होने जा रहा है । अगले अप्रैल से जून तक अमरीकी महाद्वीप के देशों तथा मध्यपूर्व के देशों में आयोजन प्रस्तावित है ।