माराडोना क्यूबा के राष्ट्रपति ""फिदेल कास्त्रो"" अपना पिता की तरह मानते थे और वे क्रन्तिकारी ""चे गवारा"" को अपना भगवान मानते थे ,

फुटबॉल जगत के भगवान माने जाने वाले अर्जेंटीना के फुटबॉलर माराडोना क्यूबा के राष्ट्रपति ""फिदेल कास्त्रो"" अपना पिता की तरह मानते थे और वे क्रन्तिकारी ""चे गवारा"" को अपना भगवान मानते थे ,



माराडोना 25 नवम्बर 2016 को फिदेल कास्त्रो के अंतिम संस्कार में क्यूबा भी गए थे......



संयोग से माराडोना कि मृत्यु भी उसी दिन 25 नवम्बर को हुई जिस तारीख को ""फिदेल कास्त्रो"" का भी निधन हुआ था , यह एक संयोग मात्र है......



साम्राज्यवाद के जनक अमेरिकी (USA) ने माराडोना को अपने पाले में लाने के लिए ऐसी अकल्पनीय रकमें देने के प्रस्ताव दिया था ताकि माराडोना अमेरिका (USA) के नाम की माला जपना शुरू कर दे मगर माराडोना ने अमेरिका के मुँह पर थूक दिया था , उसने कहा वह अपने लैटिन अमेरिकी देश के लोगों से मोहब्बत करता है , जिसका कि अमेरिका हमेशा दुश्मन रहा है.....



माराडोना अमेरिका और उसके सहयोगी पूंजीवादी यूरोप के देशों को थोड़ा भी पसंद नही करते थे , क्योंकि वे दुनिया की बर्बादी का कारण अमेरिका और उसके पूँजीवादी यूरोपियन देशों को मानते थे......



मारादोना कहा , अमेरिका की यह बात मुझे ज़रा भी पसंद नहीं है कि वह दुनिया पर अपनी दादागीरी चलाने के लिए बहुत मेहनत करता है और उसे दुनिया के हर नागरिक की समस्या दूर करने का फितूर है , जबकि अमेरिका समस्या दूर करने के नाम पर दुनिया भर में समस्या पैदा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करता है......



माराडोना अपने बाँह पर ""चे गवारा"" का और तखने पर ""फिदेल कास्त्रो"" का टैटू भी बनवा रखा था और वे सिगार भी ""चे गवारा"" के स्टाइल में पिया करते थे.....



महान फुटबॉलर को मेरी तरफ से विनम्र श्रधांजलि..

 


Nishant Deo Chandan Paswan