उत्तर कोरिया के कम्युनिस्ट लीडर किम जोंग उन ने कोरोना महामारी के दौरान जनता की अच्छी तरह देखभाल न कर पाने के लिए आंसू बहाकर दुःख जताया
उत्तर कोरिया के कम्युनिस्ट लीडर किम जोंग उन ने कोरोना महामारी के दौरान जनता की अच्छी तरह देखभाल न कर पाने के लिए आंसू बहाकर दुःख जताते हुए एक महान नेता का प्रमाण देते हुए कहा कि कोरोना और तूफान जैसी बड़ी मुसीबत की घड़ी में मैं आप की देखभाल ठीक से नहीं कर पाया ...!

बड़बोलेपन और गलतियों पर भी अपनी पीठ थपथपाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति और हमारे भारत के प्रधानमंत्री मोदी को छोटे से देश के इस अक्खड़ लीडर से सीख लेनी चाहिए ...जिसने सार्वजनिक तौर पर अपनी कमजोरियों को स्वीकार किया और जनता से माफी मांगी....

जबकि भारत और अमेरिका दोनों देशों के सत्ताधीशों ने अपनी गलतियों को स्वीकार करने की बजाए इस महामारी को बढ़ने दिया और भारत में तो अफरातफरी फैल गई कितने शहरी मजदूर रेल की पटरियों और सड़कों पर सोते जागते चलते में में मर गए उन्हें मुआबजा तक नहीं दिया गया क्योंकि सरकार के पास उनका कोई रिकार्ड ही नहीं था ...कितना क्रूर है भारत की सरकार जरा फुर्सत से सोचिएगा ...?

किम जोंग के बारे में भारत का बेशर्म नालायक मीडिया रोज कहता रहा कि वह अब मरा तब मरा आदि आदि लेकिन किम अगर संक्रमित रहे होंगे तो ठीक होकर जब जनता के सामने आए तो उन्होंने महान राष्ट्राध्यक्ष का चरित्र पेश किया ...

उन्होंने बताया कि आज हमारे देश में एक भी मरीज नहीं है जिसका श्रेय सरकार की चौकसी और उचित इंतज़ाम को जाता है ज्ञात रहे कि वहां जनवरी में ही पूरे देश की सीमा को सील कर दिया गया और बाहर से आने वालों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने नहीं दिया गया और वे ठीक हो गए ...