योगी सरकार का बिशेष सुरक्षा बल का गठन संविधान के मौलिक अधिकारो सहित जुडिसियरी कोअपंग करता है

योगी सरकार का बिशेष सुरक्षा बल का गठन संविधान के मौलिक अधिकारो सहित जुडिसियरी कोअपंग करता है ,और इस फोर्स को इतना पावर दे देता है कि जब चाहे जैसे चाहे किसी व्यक्ति संस्था को ढा सकता है ,मार सकता है, कब तक कस्टडी मे रखकर यातना दे सकता है असीमित है,क्योकि पकडे गये व्यक्ति को मजिस्ट्रेट के सामने २४घंटे केअंदर पेशकरने के कानून को अपाहिज कर दिया गया है, कितना अत्याचार ,कैसा सलूक शारीरिक यातना ,मानसिक प्रताडना की सीमा नही है ,अगर कस्टडी मे मर जाता है तो उसकाजिम्मेदार बल का अधिकारी या सदस्य नही होगा क्योकि सरकार जब कहेगी तभी उस पर संज्ञान लिया जा सकता है ,**यानी सबसे बडी मार दलितो पिछडो, मुसलमानो पर पडेगी,जो सबसे ज्यादा इस सरकार मे तोडकर रखदिये जा रहे हैं,


ये सरकारी अस्पताल निजीअस्पताल किसी गुंडे केहवाले कर दिये जांयेगे जो इस बल का को किराये पर लेकर जनता को पीटेगा लोग लूट लिये जांयेगे बिरोधकरने पर हाथपैर तक तोडने की ब्यवस्था होगी, **यह कानून/बल महाजनो की सुरच्छा करेगा, बडी कंपनियो का गुंडा बनेगा , यानी महाजन, कंपनी, पूंजीपति , जमींदार बडे घराने देशसमाज को लूटेंगे उन पर कोई कानूनी कार्यवाही संभव नहीं होगी .
#हाईकोर्ट मे बंदी प्रत्यक्षी करण याचिकायें नही दाखिल कर सकते ,यानी हमे यह सरकार ईस्टइंडिया कंपनी की तरह लूटेगी पीटेगी मारेगी कोर्ट कचेहरी वकील जज सब देखते रह जांयेगे .
#इस कानून और सुरक्षा बल के बिरोध मे समाज संविधान और देशहित मे नागरिको सडक पर आना चाहिये वरना देश भेडियो का शिकारगाह बन जायेगा #


Bhupendra Nishad