स्वतंत्रता सेनानी "युसुफ़ मेहर अली"

स्वतंत्रता सेनानी "युसुफ़ मेहर अली" की जयंती है आज
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"भारत छोड़ो" (Quit India) और 'साईमन गो बैक' (Simon Go Back) का नारा देकर युवाओं में उत्साह का संचार करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं भारत में समाजवादी आन्दोलन के एक संस्थापक यूसुफ़ मेहर अली का आज ही के दिन 2 जुलाई , 1950 को इंतकाल हुआ था l


आचार्य नरेंद्र देव, जयप्रकाश नारायण और डॉ. राममनोहर लोहिया के निकट सहयोगी यूसुफ़ मेहर अली और अन्य साथियों ने कांग्रेस में रहते हुए 1934 में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की जो आज़ादी के बाद 1948 कांग्रेस से अलग होकर सोशलिस्ट पार्टी के रूप में एक स्वतंत्र राजनैतिक दल बना l



यूसुफ़ मेहर अली स्वतंत्रता सेनानी के साथ एक समाज सुधारक थे जिनका जन्म 23 सितंबर , 1903 को हुआ था । वे राष्ट्रीय मीलीशिया, बंबई युथ लीग और कांग्रेस सोशिलिस्ट पार्टी के बनाने वालों में थे। उन्होने मज़दूर और किसान संगठन को मज़बूत करने में बहुत योगदान दिया । उन्हे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आठ बार जेल में जाना पड़ा।


वे 1942 में लाहौर जेल मे रहते हुए मुंबई के मेयर के रुप में चुने गये। उन्होने महात्मा गांधी के साथ मिलकर 'भारत छोड़ो' आंदोलन जैसे अधिकतर आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया l


'भारत छोड़ो' आंदोलन के बहादुर सेनानी "युसुफ़ मेहर अली" को स्मृति को शत शत नमन l



की जयंती है आज
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"भारत छोड़ो" (Quit India) और 'साईमन गो बैक' (Simon Go Back) का नारा देकर युवाओं में उत्साह का संचार करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं भारत में समाजवादी आन्दोलन के एक संस्थापक यूसुफ़ मेहर अली का आज ही के दिन 2 जुलाई , 1950 को इंतकाल हुआ था l


आचार्य नरेंद्र देव, जयप्रकाश नारायण और डॉ. राममनोहर लोहिया के निकट सहयोगी यूसुफ़ मेहर अली और अन्य साथियों ने कांग्रेस में रहते हुए 1934 में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की जो आज़ादी के बाद 1948 कांग्रेस से अलग होकर सोशलिस्ट पार्टी के रूप में एक स्वतंत्र राजनैतिक दल बना l



यूसुफ़ मेहर अली स्वतंत्रता सेनानी के साथ एक समाज सुधारक थे जिनका जन्म 23 सितंबर , 1903 को हुआ था । वे राष्ट्रीय मीलीशिया, बंबई युथ लीग और कांग्रेस सोशिलिस्ट पार्टी के बनाने वालों में थे। उन्होने मज़दूर और किसान संगठन को मज़बूत करने में बहुत योगदान दिया । उन्हे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आठ बार जेल में जाना पड़ा।


वे 1942 में लाहौर जेल मे रहते हुए मुंबई के मेयर के रुप में चुने गये। उन्होने महात्मा गांधी के साथ मिलकर 'भारत छोड़ो' आंदोलन जैसे अधिकतर आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया l


'भारत छोड़ो' आंदोलन के बहादुर सेनानी "युसुफ़ मेहर अली" को स्मृति को शत शत नमन l