सोशल मीडिया का ध्रुव तारा

सोशल मीडिया जैसे मंच पर ध्रुव गुप्त जैसे लोगों की मौजूदगी हमें आश्वस्त करती है कि अभी बहुत कुछ बाकी है l सोशल मीडिया में सभी तरह के अतिवादियों के बीच एक संतुलित और सधा हुआ स्वर है उनका l वे कला साहित्य संस्कृति के साथ साथ समसामयिक मुद्दों पर लिखते है l हिंदी में लिखतें है लेकिन भोजपुरी के दीवाने है l कुछ लोग उन्हें सिर्फ साहित्यकार के रूप में देखते है जबकि मैं उनकी भूमिका एक सोशल मीडिया एक्टिविस्ट के रूप
महसूस करता रहा हूँ जिसमें समग्रता है l समाज को सही दिशा में ले जाने की उत्कट आकांक्षा है l उन्होंने साहित्य की हर विधा में अपना योगदान दिया है l
फेसबुक पर में उनकी कई पोस्ट शेयर करके अपने मित्रों तक पहुंचाता रहा हूँ l
इसका प्रमुख कारण यह है कि वे जो लिखते है उससे हमारी पूर्ण सहमति होती है और ऐसा लगता है कि जो हम सिर्फ सोच रहे थे उस बात को ,विचार को उन्होंने बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत किया है
यह उनकी लेखनी का कमाल है कि बहुत से लोगों को लगता है जैसे उन्होंने उनके मन की बात कह दी l अपने विचारों को स्वीकार्य बनाने के लिए उत्कृष्ट लेखन कौशल भाषा का हुनर उनकी अभिव्यक्ति में चार चांद लगा देता है l



पिछले आठ दस सालों में उनसे प्रभावित होने और प्रेरित होने वालों की संख्या में अच्छा खासा इज़ाफ़ा हुआ है l उनके व्यक्तित्व की सरलता और सहजता सबको आकर्षित करती है l उन्हें नियमित पढ़ने वाला उनसे मिलकर बात करना अपना सौभाग्य मानता है l मेरा भी सौभाग्य है कि फेसबुक के शुरुआती दौर से ध्रुव भाई से फेसबुक फ़्रेंडसशिप है l दो साल पहले दिल्ली में पुस्तक मेले में उनसे भेंट हुई थी l


भारतीय पुलिस सेवा IPS के रिटायर्ड अधिकारी श्री ध्रुव गुप्त व्यवस्था की बखिया उधेड़ने में अपनी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने में भी नहीं कतराते और ना पुलिसिया बर्बरता का निर्लज्जता से बचाव करते l उनकी यह खूबी अन्य रिटायर्ड अधिकारियों से उन्हें अलग खड़ा करती है l वे एक संजीदा ,संवेदनशील और जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में अपने विचार व्यक्त करते है एक अधिकारी के रूप में नहीं l


प्रिय ध्रुव भाई
जन्मदिन की बहुत - बहुत बधाई l
आप स्वस्थ और प्रसन्न रहते हुए दीर्घायु प्राप्त करें l हमें निरंतर आपका मार्गदर्शन प्राप्त होता रहे यही कामना है .


★ गोपाल राठी - पिपरिया ★