निजी करण करो भाई कौन रोक रहा है , लेकिन फिर अपनी जमीन खरीदो

निजी करण करो भाई कौन रोक रहा है , लेकिन फिर अपनी जमीन खरीदो , अपनी पटरी बिछाओ , सिग्नलिंग सिस्टम लगाओ , स्किल्ड स्टाफ को नौकरी दो , अपना इंजन कारखाना लगाओ , अपनी बोगी बनाओ , फिर ट्रेन चलाओ , स्टेशन बनाओ , जितना विकसित करने का मन करे करो , स्वर्ग से सुंदर बना दो ....user charge लो , चाहे उधर ताकने पर भी पैसा वसूलो , एक ठो अपनी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स बनाओ जो फ्री में उधर ताकने वालों की आंख फोड़ दे ....कौन रोक रहा है भाई ?


हमारा बूता होगा तो तुम्हारे स्टेशन से तुम्हारी ट्रेन पकड़ेंगे और औकात से बाहर होगा तो अपनी पुरनिया छुकछुकिया पे जाके बैठ जाएंगे जिसे हमारे बाप दादा अपना टैक्स देकर धीरे धीरे इक्कठा करके बनाये है |



औकात हो तो हेल्दी कम्पटीशन करो .... अपना parallel मॉडल रखो हमारे मॉडल के सामने , केवल एक रुट बनाने में फेंचकुर न फेंक दिए तो कहना ....


Pankaj Mishra