केंद्र सरकार द्वारा जारी तमाम श्रम विरोधी नीतियों को लेकर श्रमिक संगठनों की संयुक्त संघर्ष समिति के संयुक्त मोर्चा द्वारा आज विरोध दिवस मनाया

केंद्र सरकार द्वारा जारी तमाम श्रम विरोधी नीतियों को लेकर श्रमिक संगठनों की संयुक्त संघर्ष समिति के संयुक्त मोर्चा द्वारा आज विरोध दिवस मनाया गया।
आज  23-09-2020 को राजस्थान श्रम आयुक्त कार्यालय , श्रम भवन, जयपुर के बाहर संयुक्त मोर्चा द्वारा सभी श्रम संगठनों के देश व्यापी आह्वान पर केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों के बदलाव को लेकर , और लॉकडाउन अवधि में श्रमिकों को नौकरी दिलाने को लेकर , किसानों के हितों के खिलाफ पारित कानूनों को तत्काल निरस्त किए जाने को लेकर , और बढ़ती हुई महंगाई पर रोक लगाने, न्यूनतम वेतन ₹ 21,000/- किए जाने , मजदूर आंदोलन में पुलिस हस्तक्षेप को बंद करने, सभी श्रमिकों को पेंशन ₹10,000 /- लागू करने, सभी असंगठित श्रमिकों को सर्वव्यापी कानून बनाए जाने बोनस पीएफ ईएसआई सभी श्रमिकों पर लागू किए जाने , उस पर घटाई जा रही ब्याज दरों को बढ़ाने को लेकर,और निजीकरण के विरोध में संयुक्त मोर्चा द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन के तहत आज जयपुर में विरोध दिवस मनाया गया ।



आज के विरोध प्रदर्शन में सीटू के प्रांतीय अध्यक्ष कॉमरेड रवींद्र शुक्ला, एटक के महामंत्री कॉमरेड कृणाल रावत जी, कॉमरेड डी के छंगाणी जी, इंटक के नेता साथी जीवन लाल गुर्जर, इंटक प्रदेशाध्यक्ष साथी जगदीश राज श्रीमाली, एच एम एस के प्रदेशाध्यक्ष साथी मुकेश माथुर, एक्टू के प्रदेश महामंत्री साथी सौरभ नरूका, राजस्थान सीटू के प्रदेशाध्यक्ष कॉमरेड रामपाल सैनी, निर्माण मजदूर यूनियन सीटू के राज्य सचिव कॉमरेड हरेंद्र सिंह सहित अन्य मजदूर नेताओ के श्रम विभाग कार्यालय जयपुर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर , श्रम आयुक्त को भारत के राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।


तमाम श्रम विरोधी कानूनों को रद्द करें सरकार।
श्रमिक कोड बिल वापिस लो।
इन्कलाब जिंदाबाद।
फसिवाद हो बर्बाद।
केंद्र की बीजेपी सरकार मुर्दाबाद।
श्रमिकों की एकता जिंदाबाद।
श्रमिक संगठनों की संयुक्त संघर्ष समिति जिंदाबाद ।


विजय स्वामी
कोषाध्यक्ष
निर्माण मजदूर यूनियन सीटू, जयपुर