सरकारें डरती हैं !



90 फीसदी विकलांग
व्हील चेयर पर
जेल की एकांत कोठरी में पड़ा हुआ
सांईबाबा ज़िंदा है
सरकार इसलिये डरती है ।
उनके मरने पर भी डरेगी ।
जैसे
कलबुर्गी, दाभोलकर, पानसारे, गोरी लंकेश से
आज भी डरती हैं !



जिन्दा इन्सानों की इसी क़तार में खड़े हैं
वरवर राव
संजीव भट्ट
सुधा भारद्वाज
गौतम नवलखा
आनन्द तेलतुंबड़े
डा. कफील
अरुण फ़ेरारी
वर्नन गोंसालविज
सुरेंद्र गडलिंग
शरजील उस्मानी
महेश रावत
और न जाने कितने बेगुनाह...


सरकारें नहीं डरती
नहीं डरती
हत्यारों, बलात्कारियों, दंगाइयों, पेशेवर अपराधियों से
सरकारें बहुत डरती हैं
इनसान की खातिर इनसान की लड़ाई के सोच से !


सरकारें डरती हैं
गांधी से ! भगतसिंह से !
सरकारें डरती हैं
आदमी की आत्मा के ओज से !


@ सरला माहेश्वरी
Arun Maheshwari