महज़ मूरत भर नहीं है ये... वैश्विक पूँजी के सीने में भाले से चुभते हुए हैं ये लेनिन के आसमां में उठे हुए हाथ...

#लाल_सलाम
याद रखे खून का रंग लाल है!!


#जब_औपनिवेशिक_क़ातिलों के बुत गिराए जा रहे हैं
तब साम्राज्यवादी अमरीका की वित्तीय राजधानी "न्यू यॉर्क" में #लेनिन की मूर्ति लगाई जा रही है...



महज़ मूरत भर नहीं है ये... वैश्विक पूँजी के सीने में भाले से चुभते हुए हैं ये लेनिन के आसमां में उठे हुए हाथ...


Aloka Kujur