जलगांव में फिर टॉइलट में मरीज की मौत, कठघरे में अस्पताल

जलगांव (Jalgaon News) से फिर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। मरीज के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में किसी ने भी मरीज का ध्यान नहीं रखा इसलिए टॉइलट (Patient dead body in toilet) में मौत हो गई। इससे पहले सिविल अस्पताल (Jalgaon Civil Hospital) के बाथरूम में 80 साल की कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग महिला की लाश मिली थी, जो 2 जून से लापता थी।


पूरे देश में सबसे ज्यादा मृत्यु दर जलगांव की

आपको बता दें कि महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सबसे ज्यादा कोरोना से मरने वालों मरीजों की दर जलगांव जिले की है। इस जिले में कोरोना से मरने वालों की दर 12.3 फीसदी है, जो राष्ट्रीय औसत का करीब चार गुना ज्यादा है। कोरोना वायरस की भारत में औसत डेथ रेट 2.8 है। जलगांव जिला मुंबई से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर है।

जलगांव



महाराष्ट्र के जलगांव में 24 घंटे के अंदर फिर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल के टॉइलट में गुरुवार को एक और मरीज की लाश मिली है। 24 घंटे की अंदर ही दूसरी घटना ने अस्पतालों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही से सिस्टम कठघरे में है।परिवार का आरोप है कि अस्पताल में किसी ने भी मरीज का ध्यान नहीं रखा इसलिए टॉइलट में मौत हो गई। इससे पहले सिविल अस्पताल के बाथरूम में 80 साल की कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग महिला की लाश मिली थी, जो 2 जून से लापता थी। अस्पताल के मुताबिक, एक जून को महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

डीन समेत 7 सस्पेंड
इसके अगले दिन 2 जून को खबर आती है कि वो (महिला) लापता हो गई। पुलिस में महिला की मिसिंग रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। वहीं जब टॉइलट में शव मिला तो हड़कंप मच गया। मीडिया में मामला सामने आते ही आनन-फानन में कार्रवाई हुई और अस्पताल के डीन डॉक्टर भास्कर खैर समेत सात लोगों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया।

महिला के इस तरह 8 दिन गायब रहने और फिर अस्पताल के बाथरूम से ही लाश बरामद होने की घटना ने अस्पताल, स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ उद्धव सरकार के ढुलमुल रवैये पर भी सवाल खड़े किए हैं।

6 जून को दर्ज हुआ था केस
जलगांव सिविल अस्पताल के अधिकारियों और मरीज के परिवार ने पुलिस को महिला के दो जून से लापता होने की सूचना दी थी। जिलापेठ पुलिस थाने में वरिष्ठ निरीक्षक अकबर पटेल ने बताया कि इसके बाद, हमने भुसावल में पूरी जांच की, रिश्तेदारों की मौजूदगी में सभी रोगियों के रजिस्टर, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और फिर 6 जून को शिकायत दर्ज की गई। बुजुर्ग महिला 27 मई को कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी और जेसीएच में शिफ्ट होने से पहले उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जांच के लिए पुलिस टीमों को वहां भेजा गया था।

महिला को 2 जून तक वार्ड में देखा गया था
जेसीएच अधिकारियों ने पुष्टि की है कि महिला को 2 जून तक वार्ड में देखा गया था, जिसके बाद उसका पता नहीं चला था। पटेल ने कहा कि आखिरकार, आज अस्पताल के बाथरूमों में से एक से काफी दुगंर्ध आ रही थी और हमें वहां महिला का शव मिला।