ग्राम पंचायत देवली में लाखों का भ्रष्टाचार शांति धाम निर्माण के नाम पर भी खा गए राशि

 सौसर- सौसर जनपद की ग्राम पंचायत देवली के सचिव एवं सहायक सचिव द्वारा मनरेगा के अंतर्गत कराए जा रहे निर्माण कार्यों में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया साथ ही इस पंचायत में मेड बंधान का काम जेसीबी मशीन से कराया गया जबकि शासन के नियमानुसार निर्माण कार्य मशीनों से न कराया जाकर क्षेत्र के ग्रामीणों को सुलभता से रोजगार दिलाने के लिए शासन की योजना का एवं निर्देशों का पालन करना आवश्यक है परंतु मध्यप्रदेश शासन के नियम एवं निर्देशों को ताक पर रखकर सरपंच एवं सहायक सचिव ने लगभग 15 लाख रुपयों का  प्रमाणित भ्रष्टाचार किया है हिंद मजदूर किसान पंचायत के संगठन सचिव दीपक दद्दाए ने सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर इस भ्रष्टाचार का खुलासा किया है और इस भ्रष्टाचार की जांच करने हेतु जनपद पंचायत सौसर को माह दिसंबर में इस आशय का शिकायती पत्र प्रेषित किया गया था जिसमें जनपद पंचायत सौसर द्वारा जांच के लिए जिसे अधिकृत किया गया था उनके द्वारा सीसी रोड निर्माण कार्य का शांति धाम निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच की गई जिसमें निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन पाया गया  और इस संबंध में जांच के लिए 15 दिन पूर्व जनपद पंचायत सौसर को पुनः जांच किए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया है परंतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री करपे  के द्वारा आज दिनांक तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है साथ ही उन्हें ऐसे गंभीर प्रकरण में यह भी जानकारी नहीं है कि उनके द्वारा दिसंबर माह में इस पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए किसे अधिकृत किया गया था उनका यह कहना है कि कोरोना संकट काल में  जांच नहीं की जा रही है और मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं आया है मामला आने पर उसकी जांच की जाएगी जबकि मनरेगा के अंतर्गत किए गए कार्य एवं कपिलधारा योजना के अंतर्गत जितने भी कार्य कराए गए हैं उसमें मस्टरोल में मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई गई है सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह भी है कि सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव ने जिन मजदूरों के नाम मस्टररोल में दर्शाए हैं उनमें से 90% लोग ऐसे हैं जिन्होंने मनरेगा के अंतर्गत कोई कार्य नहीं किया है उनके खाते में मजदूरी की राशि डालकर उस राशि का आहरण कर  सचिव एवं सहायक सचिव द्वारा बंदरबांट कर ली गई है सहायक सचिव द्वारा स्वयं का टेंकर लगवाकर पंचायतो मे पानी की सप्लाई की जाकर सीधा लाभ अर्जित किया जा रहा है जबकि यह कार्य मजदूरो से कार्य कराना चाहिए जिससे उन्हें रोजगार मिले पर ऐसा नहीं करके खुद के टेंकर से पानी सप्लाई कर मजदूरों का हक़  मारने के काम  किया गया है  इस संबंध में पंचायत निरीक्षक  घनश्याम डेहरिया  का कहना है कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और यदि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सौसर द्वारा जांच नहीं की जा रही है तो इस संबंध में जिला पंचायत छिंदवाड़ा को आप शिकायत कर सकते हैं कुल मिलाकर इस पंचायत में  सचिव वासुदेव पोतरे हैं वह दो पंचायतो के चार्ज मे है देवली एवं ग्राम पंचायत कुड्डम दोनों पंचायतों की निर्माण कार्यों की गंभीरता से जांच की जाए तो भ्रष्टाचार का यह बहुत बड़ा मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आएगा इस संबंध में जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सौसर द्वारा भ्रष्टाचार की जांच इसलिए भी नहीं कराई जा रही है क्योंकि ग्राम पंचायत देवली में जो सहायक सचिव  गणेश मनमोड़े हैं वह सौसर सचिव संघ का अध्यक्ष है इस कारण से मुख्य कार्यपालन अधिकारी इस प्रकरण में हाथ डालने से कतरा रहे हैं


इनका कहना है


यदि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जांच नहीं करवा रहे हैं तो इसकी शिकायत जिला पंचायत में करके जांच कराई जा सकती है घनश्याम डहेरिया


पंचायत इंस्पेक्टर जनपद पंचायत सौसर


इनका कहना है


मेरे संज्ञान में भ्रष्टाचार का यह प्रकरण नहीं आया है जब यह मामला मेरे सामने आएगा तब देखा जाएगा


श्री करपे 


मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सौसर