17 मई के बाद भी मध्यप्रदेश में पूर्ण शराब बंदी जारी रखने की मांग नशा मुक्त भारत अभियान ने मुख्यमंत्री से की

शहीद किसान अमर रहे  ! किसान-मजदूर एकता जिंदाबाद  !       
     नशा मुक्त भारत अभियान ने शराब बिक्री 17 मई के बाद भी रोकने एवं मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी जारी रखने की मांग की है


*4मई के बाद भी शराब बिक्री रोकने के लिए दिया धन्यवाद *


*प्रदेश में महिलाओं के बीच रायसुमारी कराने का सुझाव *


किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्य्क्ष मुलतापी के पूर्व विधायक और नशा मुक्त भारत आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ सुनीलम ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 
 17 मई के बाद भी मध्यप्रदेश में पूर्ण शराब बंदी जारी रखने की मांग की है तथा 4मई से शराब बिक्री रोकने के लिए दिया मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
 पत्र में डॉ सुनीलम ने लिखा है कि लॉक डाउन के दौरान शराब बिक्री नही होने के कारण देश में घरेलू हिंसा की घटना में, दुर्घटना में तथा लीवर सिरोसिस से मरने वालों की संख्या में कमी आई  है।
     पत्र में आगे कहा  गया है कि आपके द्वारा  4 मई से तारीख से शराब की दुकानें खोलने की घोषणा की गई थी, तब नशामुक्त भारत आंदोलन ने आपके इस फैसले का विरोध किया था। अखबारों के माध्यम से सूचना  प्राप्त हुई कि आपने 17 मई तक शराब की दुकानें बंद रखने का फैसला किया है । इस फैसले के लिए हम आपको धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
       नशा मुक्त भारत आंदोलन ने पत्र लिख कर कहा है कि  17 मई के बाद प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी लागू करने का निर्णय लें ताकि प्रदेश के हजारों नागरिकों की जान बच सकें ।
       उल्लेखनीय है कि बिहार गुजरात सहित जिन राज्यों में शराब बंदी लागू है वहाँ घरेलू हिंसा की घटनाओं में बहुत कमी आई है ,दुर्घटनाएं भी कम हुई है तथा लोगों का स्वस्थ्य सुधरने के साथ साथ सामाजिक वातावरण भी सुधरा हैं।
डॉ सुनीलम ने पत्र में लिखा है कि  प्रदेश में अधिकतर महिलाएं पूर्ण शराबबंदी के पक्ष में हैं ।आप चाहें तो प्रदेश में महिलाओं के बीच रायसुमारी करा करके प्रदेश के महिलाओं की राय जान सकते हैं।
स्थिति कितनी गंभीरता  बताने के लिए  उन्होंने मुलतापी
 जौलखेड़ा ग्राम का उदाहरण दिया है , जिसमें 50 से ज्यादा ग्रामवासियों की अकाल मौत गत 10 वर्षों में  हो चुकी है।
  


 डॉ .सुनीलम्
पूर्व विधायक ,
संयोजक ,नशा मुक्त भारत आंदोलन  9425109770,9981409770