ग्रेट ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 13 अप्रैल को कोरोना वायरस से मुक्त होकर सरकारी अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए

महान भारत देश पर 250 वर्ष से अधिक शासन करने वाला देश ग्रेट ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 13 अप्रैल को कोरोना वायरस से मुक्त होकर सरकारी अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए !


ब्रितानी प्रधानमंत्री ने अपने भावुक भरे संदेश कहा, " मेरी जान बचाने के लिए 'नेशनल हेल्थ सर्विस' और नर्स जेनी, लुई और सारा को बहुत बहुत धन्यबाद जिन्होंने अस्पताल में मेरी स्वास्थ्य का बहुत ख्याल रखा. (नर्स सारा की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है)


बोरिस जॉनसन सिर्फ इतने पर नही रूखे, उन्होंने ऐसी बात अपने संदेश में कही जो भारत जैसे देश के लिए सबक और एक वार्निंग अलार्म है. उन्होंने कहा "नेशनल हेल्थ सर्विस" ग्रेट ब्रिटेन की अनमोल धरोहर और कीमती संपत्ति है जिससे हर हाल में बचाए रखना है, येही सिस्टम आज हमारे देशवासियों की जान बचा रहा है !


क्या है ग्रेट ब्रिटेन का "हेल्थ हेल्थ सर्विस सिस्टम" ?


नेशनल हेल्थ सर्विस सिस्टम सरकारी अस्पतालों का समूह है, जो अपने देश में निजी अस्पतालों के तुलना में काफी कम दर पर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है... आप भारतवासी जानकर आश्चर्य हैरान दंग रह जाएंगे ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस 16 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराती है... दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी एम्प्लॉई फाॅर्स... !


सरकारी अस्पतालों को पहली प्राथमिकता देकर मजबूत करेंगे.... इतना कहते हुए बोरिस जॉनसन ने अपना भाषण खत्म किया !


बोरिस जॉनसन ने कोरोना वायरस और आर्थिक संकट से निपटने में कहा सरकार क्या क्या कर रही है और आगे क्या क्या करने का मास्टर प्लान है... यह नही कहा जानता को क्या क्या करना चाहिए, जैसे एक शासक ने कहा काढ़ा और गर्म पानी पिओ ?


इटली फ्रांस स्पेन पुर्तगाल जर्मनी और ब्रिटेन ने आर्थिक मंदी से लड़ने के लिए निजी कंपनियों में निवेश कर खरीदना शुरू कर दिया है... फ्रांस और स्पेन ने तो कुछ प्राइवेट कंपनियों में निवेश कर शुरवात कर दी है !


स्पेन के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कोरोना वायरस की लड़ाई जितने के बाद भी निजी अस्पतालों पर सरकारी नियंत्रण ढीला नही होगा... क्यों की संकट की स्थिति में पूंजीवादी गधे बील में छुप गए है !


भारत में सरकारी कंपनियों को बेचने की शुरवात अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरू की.... वर्त्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूंजीवादी व्यवस्था और कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने लिए सरकारी कंपनियों बीमार कर बेचने की शुरवात में लगे हैं... 


L.I.C ओएनजीसी भारत पेट्रोलियम बीएसएनएल MTNL को जानबूझकर बीमार कर अडानी अंबानी को बेचने में लगा हुआ है ?


पूरी दुनिया ही नही भारत में भी कोरोना वायरस महामारी में सरकारी अस्पताल और इनमें काम करने वाले डॉक्टर नर्स वार्ड बॉय और सफाईकर्मी फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हैं.. भारत के सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा इस देश की अनमोल धरोहर और कीमती संपत्ति हैं !


अंतिम पंक्ति : आपको मरना है तो पूंजीवाद मुबारक, जीना है तो सरकारी स्वास्थ्य सेवा मुबारक.


Kranti Kumar