लॉक डाउन अवधि में कई समाजसेवी संगठन प्रशासनिक व्यवस्थाओं से कहीं अच्छी व्यवस्था बेबस मजदूर बेसहारा लोगों को दे रहे हैं जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है ऐसा ही एक प्रकरण सामने आया है जिसमें नरसिंहपुर जिले से छिंदवाड़ा की ओर जाने वाले मजदूरों की सूचना प्राप्त होते ही पैडमैन वूमेन माया विश्वकर्मा और उनके सुकर्मा फाउंडेशन के साथियों ने मजदूरों के पास पहुंचकर उन्हें हर संभव सहयोग किया शुक्रवार को फाउंडेशन के साथियों ने बताया कि शाम के समय उन्हें सूचना मिली कुछ मजदूर सिरसिरी से छिन्दवाड़ा की ओर जा रहे थे दुधी नदी के किनारे चलते हुए साईंखेड़ा पहुँचे। साईंखेड़ा में सुकर्मा फाउंडेशन की जानकारी में आये फाउंडेशन के साथी हिमांशु दीक्षित निशांत बस एरिया और राज अग्रवाल तत्काल मजदूरों के पास भोजन के पैकेट लेकर पहुंचे क्योंकि उन्हें मालूम था इन मजदूरों को बहुत दूर तक जाना है और इनके पास इतना वजन था की मज़दूर इतना वजन नही ले सकते थे सुकर्मा फाउंडेशन के साथियों ने सभी मजदूरों को साईं खेड़ा में रात का भोजन करा कर ट्रैक्टरों के माध्यम से जितना दूर संभव हो सकता था वहां तक पहुंचाने में मदद की फाउंडेशन के साथियों ने इन मजदूरों को जल्द से जल्द अपने घर स्वस्थ पहुंचने की कामना भी की
Today, our volunteers got this information 16 laborers walking in the middle of the dudhi river crossing our district area Sainkheda. They are walking towards home village another district Chindwara 200km Himanshu, Raj, and Nishant rushed to then gave them food packages and snacks for the night. They also requested the police to get vehicles (Tractor) to drop them at least a few miles nearby location to cover their entire destination. They were kind enough to listen to our volunteer request and arranged a tractor for the nearest drop off location. We are very thankful ~ Sukarma Foundation
Thanx Sukarma Foundation team