उत्तराखंड के सम्मानित सासंद गणों को याद दिलाना है कि आपको किसने चुना है ओर क्यों?

देश के  निर्वाचित जनप्रतिनिधि  जिसमें सांसद विधायक  मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जैसे पदों पर आसीन  लोग  जब जनता की उपेक्षा कर उनके मौलिक अधिकारों का हनन कर  मुसीबत में भी  किसी भी प्रकार की मदद नहीं करते  और उन्हें उसी हाल में छोड़ देते हैं  ऐसी स्थिति में जनता के जेहन में एक बात ही बार बार  आती है कि आखिर उन्होंने  किन लोगों को  अपना जनप्रतिनिधि चुना  जो मुसीबत के दौर में भी  उनकी कोई खैर खबर नहीं ले रहा है  देश की राजधानी दिल्ली में फंसे उत्तराखंड के लोगों को उत्तराखंड के निर्वाचित सांसद और जनप्रतिनिधि  जब अपने क्षेत्र के लोगों को  इस वैश्विक महामारी के दौर में किसी भी तरह की कोई सहायता उपलब्ध नहीं करा रहे हैं  और  उनके रहने और वापस उत्तराखंड जाने की  समुचित व्यवस्था भी नहीं कर रहे हैं इससे व्यथित होकर  उत्तराखंड के एक जागरूक नागरिक ने  उत्तराखंड के निर्वाचित सांसदों  और जनप्रतिनिधियों को  यह मार्मिक अपील की है कि.........


आप सहारा नहीं दे सकते हैं,माननीय सांसद गण दिल्ली में रहते हैं,सरकारी कोठियो में, 
माननीय डा रमेश पोखरियाल निशंक जी


मो -9837017071or osd .9837017071.
अनिल बलूनी-971779838,
प्रदीप टमटा-23737006-मो-9013180055,
श्रीमती माला राज लक्ष्मी शाह, o11 23782816 mo, 9811670271
अजय टम्टा  23721566,मो, 9456590857,
सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत जी9412004626..9456590885,
मा सांसद अजय भट्ट जी, 9412092296,pa 8191901016.
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार0135,2650433,.2750033.OSD CM..
श्री राज्यपाल , उत्तराखंड, --2757403-2757400!
श्रीमान मुख्य सचिव उत्तराखंड उत्पल कुमार सिंह जी, _.0135.2712100मो 8510057997.
माननीय सम्मानित उत्तराखंड के सांसदो से अपेक्षा की जाती है कि मानवता के लिए दिल्ली में जो उत्तराखंड के लोग अन्य प्रदेशों शहरों से आकर लाक डाउन की वजह से दिल्ली में रेन बसेरा गाजीपुर में बिलख रहे हैं, उनका स्वास्थ्य जाँच करवा कर उनके गाँव भेजने की ब्यवस्था कीजिए, या अपने सरकारी आवास में शरण दीजिएगा, 
यदि सरकार विदेश में पढाई कमाई करनें गये लोगों को मानवीय आधार पर  बाई प्लेन भारत ला सकते है तो क्या वाई बस जो गरीब लोग उत्तराखंड के बाहर कहीं फंसे हुए हैं, उनको क्यों नहीं घर ला सकते हैं, 


अपील में यह भी कहा गया है कि उत्तराखंड के वे सभी मुसीबत मेंफंसे हुए लोग जिसपर रहने खाने का साधन नहीं है उक्त फोन नम्बर पर अपनी गुज़ारिश कीजिए .....यदि इस 
(एक उतराखणडी)