कोरोना का मजाक उड़ाते हुए गली-मुहल्ले-सड़क पर बेवजह मंडराते फिर रहे हो तो आप मनुष्य तो बचे ही नही।

इस तश्वीर को देखकर अगर आपकी संवेदना नही जागती और आप हंसी ठिठोली करते हुए कोरोना का मजाक उड़ाते हुए गली-मुहल्ले-सड़क पर बेवजह मंडराते फिर रहे हो तो आप मनुष्य तो बचे ही नही। आप वही है जो गैर-मनुष्य को कहा जाता है।
यह तश्वीर असम के एक अस्पताल में उस डॉक्टर की है जो कोविड19 के सस्पेक्टेड पेसेंट के इलाज के लिए बायो-मेडिकल वेस्ट रखने वाली प्लास्टिक (डस्टबिन वाली प्लाटिक) से खुद को ढक कर रखा है। आज भी अस्पतालों में कोई अत्यावश्यक सुविधा नही है और न ही फिलहाल उसके लिए कोई प्रयास होता दिख रहा है।। बस ताली-थाली-घंटी बजाकर इनका हौसला अफजाई करते रहिए इन भगवानों का.. 🙏 और समय मिल जाय तो रिक्वेस्ट कीजिये कि हर डॉक्टरों को भरपूर सुविधा मिले ताकि वह इस लड़ाई को पूरी मुस्तैदी से लड़ सके।
#ग्रैंड_सैलूट_डॉक्टर (हम होंगे कामयाब)


Prabhakar Giridih