पश्चिम मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सहित अन्य उच्चाधिकारियों को प्रेषित पत्र के माध्यम से रेल मजदूर यूनियन ने यह मांग की है कि पश्चिम रेल मंडल के अंतर्गत जो कर्मचारी कार्यरत हैं उनमें से अधिकांश कर्मचारियों को पर्यवेक्षकों ने अपने घरों एवं कार्यालयों सहित उनकी पदस्थापना वाले स्थान से अन्य विभागों (इंजी. पॉवर शक्ति इत्यादि) में रखकर कार्य कराया जा रहा है जिससे वर्तमान में कार्यरत कर्मचारी जो कि कम संख्या में है उन पर अत्यधिक कार्य का बोझ आने से उन्हें परेशानी अनुभव होती है और कई बार यह देखने पर आया है कि काम के अधिक बोझ के कारण कर्मचारियों की मृत्यु तक हो जाती है क्योंकि वर्तमान में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के कारण कैडर के अनुरूप कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है और जो कर्मचारी वर्तमान में काम कर रहे हैं उन पर कार्य का बहुत अधिक बोझ डाल दिया गया इसका मुख्य कारण है कि उपनगरीय क्षेत्र के पर्यवेक्षकों द्वारा कर्मचारियों को अपने घरों पर एवं मंडल कार्यालय सहित अन्य विभागों में कार्य लिया जा रहा है जिन कर्मचारियों को मंडल कार्यालय एवं घरों पर कार्य के लिए रखा गया है उपस्थिति पंजी में उनके नाम के आगे डीपी लिखा जा रहा है ऐसी परिस्थिति में जो कर्मचारी अपनी पदस्थापना के मूल स्थान पर काम कर रहे हैं उन पर कार्य का अत्यधिक बोझ होने से वे तनावग्रस्त हो रहे हैं उन्हें आवश्यकता अनुसार अवकाश नहीं मिलने से भी तनावग्रस्त रहते हैं और समय-समय पर दुर्घटनाओं की खबरें आती हैं जो की चिंता का विषय है रेल मजदूर यूनियन उच्च अधिकारियों से यह मांग की है कि जिन कर्मचारियों को अपने मूल पदस्थापना वाले स्थान से अन्यत्र कार्य पर रखा गया है उन्हें तत्काल उनकी मूल पदस्थापना वाले स्थान पर वापस भेजा जाए जिससे वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का अत्यधिक बोझ न पड़े वही कर्मचारियों से उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर करवाए जाएं ताकि भारतीय रेल का कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सके रेल मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि उपरोक्त स्थिति में जब कर्मचारी को उसकी आवश्यकता के अनुसार समय पर छुट्टी नहीं मिलती और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए यदि अवकाश नहीं दिया जाता ऐसी स्थिति में कार्य के अधिक बोझ के कारण वह तनाव में रहते हैं और उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है जिसका परिणाम है कि ड्यूटी के दौरान दुर्घटनाओं का होना देखना यह है कि रेल मजदूर यूनियन की महत्वपूर्ण डिमांड पर उच्च अधिकारी क्या निर्णय लेते हैं
रेल मजदूर यूनियन ने अधिकारियों के घरों में कार्यरत कर्मचारियों को वापस बुलाने की मांग की