पांच साल पहले बराक ओबामा भी अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में भारत आए थे। वे भी साबरमती आश्रम गए थे। उन्होंने वहां आगंतुक रजिस्टर में लिखा था- '
'डॉ. मार्टिन लूथर किंग जुनियर का यह कथन आज भी सही है कि गांधी की आत्मा भारत में आज भी जीवित है और यह दुनिया को मिला एक नायाब तोहफा है।’’ हम हमेशा प्रेम और शांति की उनकी भावना के साथ जिएं, यह भावना सभी लोगों और देशों में बनी रहे-
बराक ओबामा,
25 जनवरी 2015
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अब पांच साल बाद भारत आए राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप का साबरमती आश्रम के आगंतुक रजिस्टर में लिखा संदेश देखिए। उन्होंने अपने संदेश में गांधी जी का उल्लेख तक नहीं किया है। उन्होंने लिखा है, मेरे महान दोस्त प्रधानमंत्री मोदी, इस बेहतरीन यात्रा के लिए आपका धन्यवाद-
डॉनाल्ड ट्रंप,
24 फरवरी 2020
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ट्रंप जी की हस्तलिपि और दस्तखत तो 'दर्शनीय’ है ही।
मोदी जी और ट्रंप जी यूं ही नहीं एक दूसरे को अपना जिगरी दोस्त कहते हैं! दोनों की केमेस्ट्री बहुत मिलती-जुलती है।
@ अनिल जैन