महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली की जनता ने साम्प्रदायिक शक्तियों पर ब्रेक लगाया है   - जी. जी. परीख


समाजवादी विचार यात्रा 4 राज्यों से होकर आज मुम्बई पहुंची


30 जनवरी को गांधी स्मृति, दिल्ली से निकली भारत जोड़ो - संविधान बचाओ यात्रा चौदहवें दिन पालघर पहुंची जहां जनता दल सेक्युलर और राष्ट्र सेवा दल द्वारा यात्रियों का स्वागत किया गया। यात्रियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज और बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमाओं का मालार्पण किया, जुलूस निकाला, शाहिद स्मारक पर शहीद गोविंद गणेश ठाकुर, रामचंद्र माधव चूरी, सुकुर गोविंद मोरे, रामप्रसाद भीमशंकर तिवारी और काशीनाथ हरी पागधरे की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया और 'शहीदों को भूलो मत' के नारे लगाए । इसके बाद सभा का आयोजन हुआ और यात्रियों ने प्रेस को संबोधित किया। सभा में 1942 आंदोलन के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और यसुफ़ मेहेर अली सेन्टर व जनता वीकली के जी.जी. परीख जी मुख्य रूप से मौजूद थे।
जी.जी. पारिख ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अभी देश में तानाशाही के खिलाफ जन उभार देश को  आशा की किरण प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने साम्प्रदायिक और हिंसक ताकतों पर ब्रेक लगाया है, जिसको हटाना भाजपा के लिए आसान नहीं है। दिल्ली की जनता ने उस ब्रेक को और मजबूत कर दिया है। डॉ. जी. जी. ने कहा समाजवादी विचार यात्रा से देश के समाजवादी आंदोलन और प्रगतिशील आंदोलन को ताकत मिलेगी।
उन्होंने यात्रा के दौरान 12 दिन में यात्रा की बैठकों के दौरान 53,000 रुपये जनसहयोग से एकत्रित किये जाने के यात्रियों के प्रयास की सराहना की।


प्रभाकर नारकर ने केंद्र सरकार के बजट को जन विरोधी तथा कॉर्पोरेट मुखी बताते हुए कहा कि सरकार एक तरफ कॉर्पोरेट को अधिक से अधिक छूट और सुविधाएं दे रही है और दूसरी तरफ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, किसान कल्याण एवं समाज कल्याण से जुड़ी योजनाओं में कटौती कर रही है। रिज़र्वे बैंक से 1लाख 76 हज़ार करोड़ लेकर  एक लाख 40 हज़ार करोड़ की छूट कॉर्पोरेट को दी है।


यात्रा संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि यह यात्रा गांधी जी की 150वीं जयंती और समाजवादी आंदोलन के 85 वर्ष पूरा होने के अवसर पर स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुनर्स्थापना तथा संवैधानिक मूल्यों की स्थापना, सीएए-एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ, सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण, बढ़ती बेरोजगारी एवं गैरबराबरी, मॉब लिंचिंग, करोड़ों आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश, दलितों, महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों पर बढ़ते जुल्मों, गहराते कृषि संकट, श्रम क़ानूनों को ख़त्म कर चार कोड लागू कर पच्पन करोड़ श्रमिकों के जीवन को असुरक्षित बनाने आदि मुद्दों को लेकर समाजवादी समागम द्वारा राष्ट्र सेवा दल, हिन्द मजदूर सभा, जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, हम समाजवादी संस्थायें, हम भारत के लोग, नशा मुक्त भारत आंदोलन, यूसुफ मेहेर अली सेंटर, फैक्टर, इंसोको और नशा मुक्त भारत आंदोलन के समर्थन से और  डिजिटल मीडिया पार्टनर पैगाम के साथ निकाली गई है।


डॉ. सुनीलम ने कहा कि मोदी सरकार ने नोटबन्दी, जीएसटी, धारा 370 खत्म कर तथा नागरिकता संशोधन कानून लागू कर देश को आर्थिक मंदी के रास्ते पर धकेल कर दिया है। जहां हर साल 1.5 करोड़ लोग रोज़गार की तलाश में पढ़ लिख कर बेरोज़गारों की लाइन में लग जाते है, वहां पिछले 5 सालों में 3.65 करोड़ लोग, जो रोज़गार में थे, सरकार की नीतियों के कारण बेरोज़गार हो गए हैं। कुल मिलाकर देश के 15 करोड़ लोग बेरोज़गार हो गए हैं  जिन्हें रोज़गार की ज़रूरत है, इसलिए देश को नागरिकता रजिस्टर की नही, बेरोज़गारों के रजिस्टर की ज़रूरत है जिन्हें 10,000 रुपये प्रति माह रोज़गार भत्ता दिया जाना चाहिए।


सभा को जनता दल सेक्युलर प्रकाश लवेकर (पालघर जिला अध्यक्ष और राष्ट्र सेवा दल अध्यक्ष), सुभाष मोरे (पालघर तालुका अध्यक्ष), विद्याधर ठाकुर, अरविंद पाटिल, कुमार राउत (वसई अध्यक्ष), विकास विचारे, प्रभाकर नारकर (मुम्बई अध्यक्ष), ज्योति बढेकर (मुम्बई महासचिव) आदि ने संबोधित किया।


सभा में यात्री लोकेश भिवानी (हरियाणा), विजय हंगे, गणेश गोंदरे (महाराष्ट्र), स्वाति, प्रमिला और अंजना (उत्तराखंड), बाले भाई (मध्यप्रदेश ), रोहन गुप्ता (झारखंड) ने भी विचार रखे ।
जद एवम राष्ट्र सेवा दल अध्य्क्ष प्रकाश लवेकर ने सभा का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापन किया।
शाम को केशव गोरे ट्रस्ट, गोरेगांव में यात्रियों के साथ मुम्बई के समाजवादियों की बैठक हुई ।
कल 13 फरबरी की सुबह यात्री चैत्य भूमि होकर मुम्बई के शाहीन बाग में एनआरसी के खिलाफ आंदोलन कर रही महिलाओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने जाएंगे ।4 बजे मराठा पत्रकार संघ में प्रेस वार्ता संबोधित कर समाजवादी समागम में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्य्क्षता  डॉ. जी.जी. परीख जी द्वारा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पहले चरण की यात्रा 16 राज्यों में होकर 23 मार्च को हैदराबाद में पूरी होगी । जहां डॉ. लोहिया के जन्मदिवस और शहीद भगत सिंह जी के शहादत दिवस के अवसर पर समाजवादी समागम आयोजित किया जाएगा।
समाजवादी समागम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन एवं संवैधानिक मूल्यों की पुर्नस्थापना के साथ-साथ देशभर के समाजवादी, गांधीवादी, सर्वोदयी, वामपंथी, अंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े जन आंदोलनकारियों, मानव अधिकारवादियों, पर्यावरणवादियों एवं सभी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से एकजुट करना है।