अफ़ज़ल गुरु ज़िंदा है !
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अफ़ज़ल गुरु ने जिस एस टी एफ के उप पुलिस अधीक्षक पर उसे मुख्य अभियुक्त मुहम्मद को पनाह देने के लिये फँसाने का आरोप लगाया था वो देवेन्द्र सिंह आज कश्मीर में आतंकवादियों के साथ उनकी गाड़ी में पाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया. अफ़ज़ल गुरु के बयान के बावजूद इस उप पुलिस अधीक्षक की कभी भी इन्वेस्टिगेशन नही हुई थी उल्टे 2019 में उसे राष्ट्रपति पुलिस मेडल से नवाजा गया.
इन्ही देवेंद्र सिंह पर अफ़ज़ल गुरु को बुरी तरह से यातना देने और प्राइवेट पार्ट्स में इलेक्ट्रिक शॉक देने तक का इल्ज़ाम भी था.
अफ़ज़ल गुरु देशद्रोह का इतना पक्का नाम है कि उसके नाम पर बीजेपी के JNU return अमिताभ सिन्हा कन्हैया कुमार तक को धमका रहे थे कि तुम उस देशद्रोही की बरसी करते हो, उसे फाँसी हुई.
राजनीति इतनी सीधी चीज़ नही है, न देशभक्ति और देशद्रोह इतना सीधा फ़ैसला. कितनी ही चीजें सामने कभी आती ही नही, कोई बोलता है तो उसका मुँह बन्द कर दिया जाता है, कोई शहाबुद्दीन हो जाता है कोई जज लोया हो जाता है, सुबूत नष्ट कर दिए जाते हैं, षड्यंत्र किये जाते हैं, पक्षी विपक्षी पार्टियाँ आपस मे मिल जाती हैं, अपराधी देश पर राज करते रहते हैं क्योंकि सरकारों को देशद्रोही कहने का रिवाज़ नही, देशद्रोही तो बस जनता ही हो सकती है.
जिन पुलिस वालों ने देवेंद्र सिंह को पकड़ा उन्हें पता नही था कि वो वहाँ उन आतंकवादियों के साथ हैं, देवेंद्र सिंह छुट्टी पर थे, सो अगर वो पकड़े भी गए तो ग़फ़लत में ही.
जो सुप्रीम कोर्ट तब पब्लिक सेंटीमेंट्स देख के तथाकथित न्याय कर रहा था वो आज पब्लिक सेंटीमेंट्स के कारण ही न्याय से मना कर रहा है.
जो बीजेपी तब बेताब थी कि अफजल गुरु को जल्द से जल्द फाँसी हो, नारा लगाती थी देश शर्मिंदा है अफ़ज़ल गुरु ज़िंदा है, देखें वो अब क्या करती है.
Kanupriya