लोकतंत्र में पत्रकारिता ही जनता की आवज बुलन्द करती हैं# बाला बच्चन*


*राष्ट्रीय पत्रकार सम्मान महासमारोह के आयोजन में पत्रकारों को सम्मानित किया गया*
मनावर. लोकतंत्र में चौथे स्तंभ का महत्व बहुत ज्यादा है| जब कोई सुनने वाला ना हो तब पत्रकारिता ही जनता की आवाज बुलंद करती है| आज ब्रेकिंग न्यूज़ का चलन है| पिछले चुनाव में हमने अपने वचन पत्र में पत्रकारों का भी ध्यान रखा  था| सम्मान निधि, मृतक मृत्य पत्रकारों के परिवार को 15 लाख की सहायता,  घायलों को दो लाख और आवास आदि दी के लिए  ऋण की व्यवस्था लागू की है|यह उद्गार प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने कृष्णा गार्डन में आयोजित भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय मीडिया मीडिया अलंकरण समारोह में व्यक्त किए।चिकित्सा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने अपने उद्बोधन में कँहा की ऐसे विराट सम्मलेन बड़े शहरों में भी आयोजित नही होते हैं ऐसे में मनावर जैसे छोटे नगर में इतने बड़े पैमाने पर मीडिया महासमारोह होना अचंभित करता हैं। पत्रकारिता स्वच्छंद होना चाहिए, पत्रकार जब समस्याए दिखाते हैं, तो नेता उसे हल करते हैं, पत्रकार भी समाज का अंग हैं। शासन और पत्रकारों में सहयोग और समन्वय जरूरी हैं। मनावर रविवार को आयोजित हुए भारतीय पत्रकार संघ एआइजे द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान महासमारोह का  कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में 15 राज्यों के लगभग 2000 पत्रकार साथियों को एक साथ उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित करते हुए गोल्ड मेडल, शील्ड, सम्मान पत्र, बैच, माला से सम्मानित किया गया। प्रारम्भ में एआइजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन ने स्वागत भाषण दिया। इस अलंकरण समारोह की अध्यक्षता कर रहे विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने अपने भाषण में कँहा की मीडिया जनता औऱ शासन के बीच सेतु का कार्य करता हैं। देश के विकास में मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है। समाज की बुराइयों को भी दूर करने में पत्रकार योगदान देते हैं।, उन्हें अपने कार्य में स्वतंत्रता मिलनी चाहिए। विशेष अतिथि वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी ने कँहा की पत्रकारिता के लिए जो जोखिम उठाते हैं वह ग्रामीण पत्रकार हैं, पत्रकारों पर किए जा रहे हमलो का भी हिंदुस्तानी ने जोरदार विरोध किया। एआइजे के राष्ट्रीय मार्गदर्शक और वरिष्ठ पत्रकार क्रांति चतुर्वेदी ने एआइजे संगठन के विशिष्ट कार्यो के बारे में बेहतर से जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण पत्रकारों का रोज कई माफियाओं से सामना होता हैं, जिसे वो साहस से निबटते हुए पत्रकारिता करता हैं, यह स्तुतिय हैं। वरिष्ठ पत्रकार हेमन्त पाल ने कँहा की असली खोजी पत्रकारिता गांवों में होती हैं, जिन्हें अपनी ख़बर प्रकाशित कराने में पत्रकार को काफ़ी मेहनत करनी पड़ती हैं।  भास्कर न्यूज चैनल के जय श्रीवास्तव ने आह्वान किया कि जो भी पत्रकारों के गिरहबान में हाथ डाले, उसके ख़िलाफ़ ताकत से सबको एकजुट हो जाना चाहिए। कलम को मजबूत करने के लिए शासन को मदद करना चाहिए, माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही नही रुकनी चाहिये। पूर्व जन सम्पर्क अधिकारी व पत्रकार सुरेश तिवारी ने कँहा की स्व. श्री राजेन्द्र माथुर एवं स्व. अरविंद काशिव ने पत्रकारिता को नई ऊंचाइया प्रदान की है। स्वदेश संपादक शक्ति सिंह परमार ने इस महासमारोह को पत्रकारों का महाकुंभ बताते हुए कँहा की आज पत्रकारों के सामने कई चुनोतिया हैं।  एबीपी न्यूज़ चैनल सनसनी फेम श्री वर्धन त्रिवेदी ने अपने उद्बोधन में बताया कि पत्रकार जो भी करे निर्भीक  होकर करे। देर से मिला इंसाफ इंसाफ नही होता है। आज के दौर में निष्पक्ष पत्रकारिता मुश्किल है, वही हजारों की संख्या में देश भर के पत्रकारों का एक आह्वान पर जुट जाना ये भी अद्वितीय है, इस संगठन को मैं हृदय से सलाम करता हूँ।
टेली प्रिंटर संपादक पुष्पेंद्र वैद्य ने एआइजे द्वारा देश भर के पत्रकारों के हित में किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए इसके राष्ट्रीय नेटवर्क की प्रशंसा की, साथ ही इससे जुड़े पत्रकारो की एकजुट भावना को सलाम किया। समारोह के प्रमुख अतिथि बारिश पत्रकार राजेश बादल ने धार जिले को पत्रकारिता का बताते हुए कहा कि जब पत्रकारिता का सियासत के साथ गठबंधन होता है, तब ही सवाल उठने लगते हैं। समारोह के अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुदेश तिवारी, नपाध्यक्ष संगीता शिवराम पाटीदार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम आदि ने भी इस समारोह की अनिवार्यता व उद्देश्य की प्रशंसा की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि व आशीर्वचन के लिए बालीपुर धाम के पूज्य संत श्री योगेश्वर महाराज ने अपने आशीर्वचन में पत्रकारों को ऐसे महाकुंभ में जुटने पर प्रशंसा व्यक्त की, आयोजक साथियों व संगठन की उन्नति के लिए शुभकामनाएं प्रकट की। मंच पर एस पी आदित्य शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार सुल्तान भारती, अजीजुद्दीन शेख़, किशोर दग्गी, मोमना बेगम, विकास जैन, रघुदयाल गोहिया, पुष्पा शर्मा, जमना मिश्रा श्रीमती अरविंद काशिव, सलीम शेरानी, शाहनवाज शेख, संदीप जैन, विनोद पांचाल मौजुद थे। आभार नारायण जौहरी ने माना। इस अवसर पर दो राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार का भी शुभारंभ किया,  स्व.राजेन्द्र माथुर स्मृति पुरस्कार तथा एक लाख ग्यारह हजार रुपये की सम्मान निधि राजेश बादल को तथा स्व. श्री अरविंद काशिव स्मृति राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार तथा इक्कावन हज़ार रुपये की भेंट वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तिवारी को विक्रम सेन तथा हीरालाल अलावा द्वारा दी गई। इस महासमारोह मे विशिष्ट शैली की पत्रकारिता के लिए देश भर से चुने गए 40 पत्रकारों को भी विशिष्ट पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुरेश पटेल, शरद शास्त्री, अनीस शेख, सेज यूनिवर्सिटी के अमन रघुवंशी, सोनम पोपटानी ने किया।