निवेश के माहौल में कैसे आएगा सुधार

विदेशी निवेशकों को इस खबर से खुश होना चाहिए कि विश्व बैंक की कारोबारी सुगमता रैंकिंग में इस वर्ष भारत की स्थिति में और अधिक सुधार हुआ है। 2014 में जहां भारत का स्थान 142वां था, वहीं 2020 की कारोबारी सुगमता रिपोर्ट के अनुसार 2019 में यह सुधरकर 63वां हो चुका है। इस वर्ष का सुधार पिछले वर्षों की तरह प्रभावशाली नहीं रहा लेकिन फिर भी भारत को 9वां सबसे बेहतर प्रदर्शन वाला राष्ट्र घोषित किया गया। कॉर्पोरेट कर दर में भारी कटौती के बाद इस खबर से निवेशकों के रुझान में और सुधार होना चाहिए। नए निवेश और नई उत्पादन इकाइयों के लिए कॉर्पोरेशन कर दर में 15 फीसदी तक की कमी की गई है। इससे भारत अन्य देशों की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी हो गया है। ये उपाय थोड़ा ठहर कर असर दिखाएंगे। निवेश और क्षमता निर्माण पर इनका तत्काल असर होने की अपेक्षा करना सही नहीं होगा। ऐसे में हम वित्त वर्ष 2020 की दूसरी छमाही में निवेश में सुधार की आशा ४ कर सकते हैं।