शहरी विकास मंत्रालय के मुताबिक देश में ग़ैर अधिसूचित 19,749 झुग्गी बस्तियां हैं। इनमें सबसे ज़्यादा 5769 झुग्गियां महाराष्ट्र में हैं. वहीं पश्चिम बंगाल में 2684 और गुजरात में 2058 झुग्गी बस्तियां हैं।
गुजरात की झुग्गी बस्तियों में 3.84 लाख परिवार रह रहे हैं, जहां बिजली, पानी शौचालय जैसी सुविधाओं की घोर कमी है। गुजरात के मुक़ाबले केरल और महाराष्ट्र की झुग्गी बस्तियां बेहतर हालत में हैं।
यह बात तो अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प भी जानते हैं मोदी जी। वे हंसेंगे आपकी बनाई दीवार पर। दुनिया मज़ाक उड़ा रही है कि शहरी ग़रीबों को पक्के घर देने के बजाय आप दीवार बना रहे हैं।
आपको मानना होगा कि आपका गुजरात 15 साल में मोदी राज और 6 साल के NDA राज में भी फटेहाल है। तभी तो आप पैबंद लगा रहे हैं।
मोदीजी, ये पैबंद सिर्फ़ गुजरात पर नहीं, भारत की असमानता, बदहाली, कुपोषण, बेरोजगारी, ग़रीबी और कुशासन झेलते तबके पर है, जिनका जीवनस्तर सुधारने में आप नाकाम रहे।
ट्रम्प भारत की ग़रीबी देखने नहीं आ रहे और न ही मोदी राज में विकास देखने। उन्हें दोनों की हकीकत पता है। वे तो आपसे अपने फायदे का सौदा करने आ रहे हैं।
माफ़ कीजियेगा मोदी जी। ट्रम्प बखूबी जानते हैं कि आप थोड़ी सी चिकनी-चुपड़ी बातों में बहल जाते हैं। इस बार भी यही होगा।
भारत अभी भी 37 करोड़ ग़रीबों का "विकसित राष्ट्र" है। 😁😁
@ Soumitra Roy